पटनाःबिहार के पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह (Former Agriculture Minister Sudhakar Singh) ने सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के खिलाफ कुछ दिन पहले मोर्चा खोल दिया था. इसको लेकर वो काफी सुर्खियों में भी रहे थे. एक बार फिर उन्होंने कृषि बिल का मुद्दा उठाया है और बिहार में मंडी व्यवस्था (Mandi system in Bihar) लागू करने की बात कही है. उन्होंने कहा कि इस बिल के आने के बाद किसानों को लाभ पहुंचेगा. वो किसानों की बेहतरी के लिये विधानसभा के शीतकालीन सत्र (Bihar Winter Session) में प्राइवेट कृषि बिल (Private Agriculture Bill In Bihar Assembly) ला रहे हैं.
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बिहार में प्राइवेट कृषि बिल लाना चाहते हैं सुधाकर सिंह: पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह ने मंडी व्यवस्था लागू करने, किसानों को एमएसपी के अनुसार अनाज का मूल्य देने और अनाज खरीद में पैक्स का एकाधिकार खत्म कर मल्टी कंपनियों को मौका देने की वकालत की है. उन्होंने कहा कि 2 दिसंबर को मैंने मंडी कानून के संदर्भ में प्रस्ताव बिहार विधानसभा (Winter Session Of Bihar Assembly) में प्रस्तुत किया है. लेकिन अब तक उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है. सोमवार (12 दिसंबर 2022) को मैंने अध्यक्ष महोदय को दोबारा पत्र लिखा है और तत्काल इस पर बहस कराने की मांग की है.
किसानों की आय को बढ़ाने की चुनौतीःपूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने कहा है कि पिछले कुछ सालों में जिस रफ्तार से जनसंख्या में वृद्धि हुई है. उस हिसाब से उत्पादन में वृद्धि नहीं हुई है. ऐसे में बाजार समिति के जरिए ही किसानों की आय में वृद्धि की जा सकती है. सुधाकर सिंह ने कहा कि इस निजी बिल में जो हमने प्रस्ताव रखा है. उसके मुख्य बिंदु इस प्रकार है.
- बिहार के हर 10 किलोमीटर पर किसानों के लिए मंडी हो, जहां उनके अनाज एवं अन्य कृषि उत्पादों का सरकारी एजेंसियों के द्वारा अधिग्रहण हो सके.
- पंचायत स्तरीय लघु कृषि मंडी और खाद्यान्न विपणन एवं अधिग्रहण केंद्र की स्थापना हो.
- सरकारी कृषि मंडियों के संचालन की जिम्मेवारी बाजार समिति की होगी.
- कृषि मंडी में किसानों से अनाज कम से कम न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदा जाए.
- किसानों से अनाज बिक्री के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाए.