पटना: इंदिरा आईवीएफ पूरे भारत में आईवीएफ के माध्यम से 50,000 सफल प्रेगनेंसी करवा चुका है. इस उपलक्ष्य में राजधानी में बेली रोड स्थित इंदिरा आईवीएफ केंद्र पर शनिवार को एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें इंदिरा आईवीएफ के चेयरमैन डॉ. अजय मुर्डिया ने आईवीएफ के नए टेक्नोलॉजी के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि आईवीएफ तकनीकी के माध्यम से प्रेगनेंसी में सफलता की दर 75 प्रतिशत है.
IVF तकनीक के माध्यम से 75% मामलों में मिल रहा है सफलताः डॉ अजय मुर्डिया
इंदिरा आईवीएफ के चेयरमैन ने कहा कि आने वाले अगले 3 सालों में 150 और आईवीएफ केंद्र खोलने की योजना है. उन्होंने बताया कि आईवीएफ प्रेगनेंसी में एक लाख से डेढ़ लाख रुपए तक का खर्च आता है.
पटना सेंटर में 8000 सफल आईवीएफ
डॉ. अजय मुर्डिया ने बताया कि 2011 में इंदिरा आईवीएफ शुरुआत हुई थी. तब से अभी तक विभिन्न शहरो में इसके 73 आईवीएफ केंद्र खोले जा चुके हैं. इस ग्रुप ने सभी केंद्रों पर मिलाकर कुल 50,000 सफल आईवीएफ करा चुकी है. इसमें अकेला पटना केंद्र पर 8000 सफल आईवीएफ हो चुके हैं. उन्होंने कहा कि इंदिरा आईवीएफ के पटना केंद्र की शुरूआत 2014 में हुई थी. तभी से पटना सेंटर बेहतर परिणाम देने के लिए जाना जा रहा है.
डेढ़ लाख रुपये आते हैं खर्च
इंदिरा आईवीएफ के चेयरमैन ने कहा कि हाल के दिनों में महिलाओं में बच्चे पैदा करने की समस्या बढ़ रही है, लेकिन आईवीएफ तकनीक के माध्यम से 70 से 75 प्रतिशत सफलता मिल रही है. डॉ अजय मुर्डिया ने कहा कि आने वाले अगले 3 सालों में डेढ़ सौ और आईवीएफ केंद्र खोलने की योजना है. उन्होंने बताया कि आईवीएफ प्रेगनेंसी में एक लाख से डेढ़ लाख रुपए तक का खर्च आता है.