पटनाः24 जनवरी से आरआरबी एनटीपीसी के सैकड़ों परीक्षार्थी (Students Protest Against RRB NTPC Results) अपने भविष्य को बर्बाद होता देख सड़क पर उतर आएं. रेलवे की परीक्षा के बाद प्रकाशित रिजल्ट में धांधली के खिलाफ आखिर ये छात्र क्यों उग्र हो गए. क्या है इनके मन की व्यथा. दूर-दराज गांव से आकर राजधानी पटना में पढ़ाई के बाद भी उन्हें नौकरियां नहीं मिल (Students Upset Due To Not Getting Job) रहीं तो आखिर वो अपने माता पिता को क्या जवाब देते हैं. इन सब सवालों को जानने के लिए जब ईटीवी भारत इन बेरोजगार छात्रों के पास पहुंचा तो उन्होंने अपनी सारी परेशानी खुलकर बताई. यहां तक छात्रों ने ये भी कहा कि अब इस सरकार से भरोसा उठ गया है.
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पटना के मुसल्लमपुर हाट के प्रोफेसर पथ में रहने वाले छात्रों ने बताया कि अब उन्हें अपनी नौकरी को लेकर माता-पिता से बात करने में शर्म आती है. हालात यह है कि वो सालों से नौकरी के लिए अपने घरों से पैसा मंगवा कर पढ़ाई करते हैं. दिन रात जागकर मेहनत करते हैं, घर से दूर हैं. इसके बावजूद भी सरकार की ढुलमुल रवैया के कारण उन्हें अबतक कोई नौकरी नहीं मिल सकी.
वहीं, सुलतानगंज थाना क्षेत्र के एक लॉज में रहने वाले कुछ छात्रों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जब केंद्र सरकार सरकार सत्ता में आई थी तो उन्होंने वादा किया था कि हर वर्ष 2 करोड़ युवाओं को नौकरियां दी जाएगी. लेकिन अभी तक मुश्किल से पूरे देश में पांच से सात लाख लोगों को ही नौकरियां मिल पाई होंगी. छात्र अपने घरों से 4 से 5 हजार रुपये मंगवा कर अपनी कोचिंग की फीस के साथ-साथ रूम रेंट तो जरूर चुका देते हैं. लेकिन अब उन्हें अपने माता-पिता से पढ़ाई के लिए पैसे मांगने में शर्म आती है.
'जब चुनाव नजदीक आता है तो सरकार नौकरियों की भरमार कर देती है, लेकिन चुनाव खत्म होते ही नौकरियां भी खत्म हो जाती हैं. हम अपने दर्द को कैसे बताएं. जब हम गांव से अपने माता पिता को बताकर पढ़ने राजधानी पटना आते हैं, तो हमारे पेरेंट्स को यह एहसास होता है कि बस अब उनका लड़का नौकरी लेकर वापस लौटेगा. लेकिन हालात यह है कि नौकरी की तैयारी करते-करते शादी भी हो गई और बच्चे भी हैं. बावजूद अभी तक वह सिर्फ और सिर्फ तैयारियों में ही लगे हैं. कितनी परीक्षा देने के बाद भी रिजल्ट प्रकाशित होने में कई साल लग जाते हैं. अब धीरे-धीरे हमारा मनोबल टूटने लगा है'-परीक्षार्थी
छात्र कहते हैं कि अब उनको देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भरोसा नहीं रहा. नौकरी पाने के लिए दिन को दिन और रात को रात नहीं समझते. बावजूद इसके उनकी नौकरी आज तक नहीं लग सकी. बिहार के इस हालात को देखकर अब डर लगता है. खास करके रेलवे में जितनी धांधली हो रही है, उसको देखते हुए छात्रों का मनोबल अब टूट रहा है.
बातचीत के दौरान एक युवा छात्र बताते हैं कि अब उनकी उम्मीदें टूट रही हैं. पढ़ाई के लिए अब घर से पैसे मांगने में भी शर्म आती है. जब माता-पिता पूछते हैं कि नौकरी कब लगेगी तो शर्म से अपना सिर नीचे कर सवालों का कोई जवाब नहीं दे पाते हैं. इतनी पढ़ाई करने के बाद भी कोई रिजल्ट नहीं आता तो आखिरकार अब अपने माता-पिता को क्या जवाब दें.
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