पटना:बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग की ओर से 1275 पदों पर दारोगा भर्ती के लिए प्रारंभिक लिखित परीक्षा संपन्न हो गई, लेकिन इसकी निष्पक्षता पर सवाल उठ रहे हैं. कारण है कि परीक्षा का प्रश्न पत्र परीक्षा हॉल के बाहर ले जाने की अनुमति नहीं है, बावजूद इसके सोशल मीडिया पर सभी प्रश्न हूबहू तैर रहे हैं. इसी पर बिहार के चर्चित छात्र नेता दिलीप कुमार ने बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग की कार्यशैली पर सवाल उठाया है.
परीक्षा की निष्पक्षता पर सवाल:छात्र नेता दिलीप कुमार ने परीक्षा की निष्पक्षता पर सवाल खड़े किए हैं. उनका कहना है कि बीपीएसएससी कह रहा है कि कदाचार मुक्त शांतिपूर्ण तरीके से परीक्षा संपन्न हुई है, लेकिन बावजूद इसके विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर परीक्षा के प्रश्न उपलब्ध हैं. सभी परीक्षा केंद्र पर जैमर की व्यवस्था थी, मोबाइल अंदर ले जाने की अनुमति नहीं थी, फिर भी प्रश्न पत्र कैसे लीक हुआ.
"आयोग ने कहा कि सभी परीक्षा केंद्र पर जैमर की व्यवस्था थी, मोबाइल अंदर ले जाने की अनुमति नहीं थी. परीक्षा के बाद ओएमआर शीट की कार्बन कॉपी और प्रश्न पत्र परीक्षा हॉल के बाहर भी ले जाने की अनुमति नहीं थी, इसके बावजूद कैसे सोशल मीडिया पर प्रश्न उपलब्ध है यह अपने आप में बड़ा सवाल है. आयोग को इसपर स्वष्टीकरण देना होगा."- दिलीप कुमार, छात्र नेता
परीक्षा से पहले ही प्रश्न पत्र लीक: दिलीप कुमार ने कहा कि उनके पास दर्जनों ऐसे अभ्यर्थी हैं जो दावा कर रहे हैं कि सुबह 10 बजे परीक्षा शुरू हुई लेकिन उसके पहले ही सुबह लगभग 9 बजे उनके मोबाइल पर सभी प्रश्न और लगभग 30 प्रश्नों के उत्तर उपलब्ध हो गए थे. कहा कि इन अभ्यर्थियों को वह पटना बुला रहे हैं और उनसे अपील कर रहे हैं कि सभी साक्ष्य को बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग के कार्यालय पहुंचकर आयोग के अध्यक्ष केएस द्विवेदी को समर्पित कर लिखित शिकायत दें.