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Patna Crime : 'ट्रेन से होती थी शराब तस्करी, टीटी ने टोका तो हुआ पथराव और फायरिंग'- रेल पुलिस का खुलासा

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Published : Jul 10, 2023, 3:39 PM IST

बिहटा में चंडीगढ़ पाटलिपुत्र एक्सप्रेस ट्रेन पर पथराव और फायरिंग केस में रेल पुलिस ने दो आरोपियों को पकड़ा है. इसमें रेल पुलिस ने वैज्ञानिक आधार पर वारदात की तह तक पहुंचकर खुलासा किया है. इस घटना के पीछे शराब तस्करों का हाथ है, ऐसी पुष्टि हुई है.

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शराब तस्करों ने किया था चंडीगढ़ पाटलिपुत्र पर पथराव

पटना: 23 जून को बिहार के बिहटा में हुए ट्रेन पर पथराव के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. बता दें कि चंडीगढ़ पाटलिपुत्र एक्सप्रेस पर ग्रामीणों द्वारा पथराव किया गया था. बाद में पता चला कि तोड़फोड़ के बाद फायरिंग भी की गयी थी. इसी मामले में पुलिस ने झारखंड के रामगढ़ के रहने वाले अभय कुमार और बिहटा के विकास कुमार को गिरफ्तार कर पूछताछ की.

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ट्रेन से होती थी शराब की तस्करी : इसी कड़ी में पता चला कि दोनों शराब के तस्कर हैं. ट्रेन से लगातार मादक पदार्थ की तस्करी करते थे. बिना टिकट यात्रा करने के दौरान टीटी ने एक व्यक्ति को पीटा था. जिससे नाराज होकर तस्करों ने पालीगंज और बिहटा स्टेशन के बीच ट्रेन को रोककर पथराव किया और तोड़फोड़ की और फायरिंग करते हुए निकल गए. इस मामले में रेल पुलिस ने तीन अन्य लोगों की पहचान कर ली है. उनकी गिरफ्तारी के लिए भी छापेमारी जारी है.


ट्रेन पथराव कांड और तोड़फोड़ की पूरी कहानी: दरअसल, पथराव की पूरी कहानी कुछ यूं सामने आई है. मुगलसराय से शराब की खेप तस्कर लाकर बिहटा और पालीगंज के बीच में ट्रेन वैक्यूम कर शराब उतारते हैं, उसी दरमियान टीटी से कहासुनी हुई थी. बक्सर में उस व्यक्ति को ट्रेन से टीटी के द्वारा उतार दिया जाता है. जिसके बाद वह शख्स बिहटा और पालीगंज के बीच अपने लोगों को फोन कर इसकी सूचना देता है. तुरंत ही अगले स्टेशन चार-पांच नकाबपोश व्यक्ति लाठी-डंडे लेकर ट्रेन में घुसते हैं और टीटी को खोजते हैं. नहीं मिलने पर पैंट्री कार में ही तोड़फोड़ करते हैं और फायरिंग करते हुए चलते बनते हैं. जिसके बाद पुलिस इसकी जांच में जुटी है.

23 जून को हुआ था पथराव: इसी क्रम में पुलिस ने कई पुराने शराब तस्कर को पकड़ा तब यह बात सामने आई कि 23 जून की घटना शराब तस्करों ने ही अंजाम दिया था. सभी का नाम और मोबाइल नंबर पुलिस को मिला. पुलिस ने जब जांच की तब घटना के दिन सभी का लोकेशन घटनास्थल के आसपास से मिला. वहीं ट्रेन खुलने के बाद धनंजय यादव ने गोली भी चलाई थी. शेष बदमाश की भी पुलिस पहचान कर रही है. उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है.

''अभय कुमार जो है वह वैक्यूम स्पेशलिस्ट माना जाता था और वह अक्सर ट्रेन को वहां वैक्यूम करके शराब को उतारता था. शराब माफिया कई वर्षों से इस काम को अंजाम दे रहे थे. जिसके बाद जीआरपी की टीम ने जांच कर शराब तस्करों को गिरफ्तार कर लिया है. ट्रेन पर पथराव करने वाले दो व्यक्ति को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं अन्य फरार अपराधियों की तलाश में पुलिस जुटी हुई है.'' - अमृतेंदू शेखर ठाकुर, रेल एसपी

'पथराव की वजह सुलझते ही पकड़े गए आरोपी' : इस कांड का उद्भेदन करने वाले डीएसपी प्रशांत कुमार ने बताया कि यह केस काफी उलझा हुआ था. पहले तो समझ यह नहीं आ रहा था कि आखिर ट्रेन पर पथराव क्यों किया गया? जब इसकी तहकीकात की गई तब पता चला है कि शराब तस्करों के साथ हुई मारपीट में ट्रेन पर पथराव किया गया है. जिसके बाद वैज्ञानिक अनुसंधान कर पता चला इस गांव में काफी लड़के शराब की तस्करी करते हैं.

''उत्तर प्रदेश के मुगलसराय से यहां शराब की खेप लाई जाती है. यहां पर ट्रेन वैक्यूम करके शराब तस्कर शराब को अक्सर उतारा करते हैं. उसी दरमियान टीटी से बक्सर में हुई झड़प के कारण यहां शराब तस्कर के साथियों ने इस घटना को अंजाम दिया था. जिसके बाद मोबाइल लोकेशन से 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. उनकी निशानदेही पर और लोगों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है.'' -प्रशांत कुमार, डीएसपी


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