पटना: मुख्यमंत्री आवास में गुरुवार की देर शाम का नजारा देखकर सभी को लगा कि जेडीयू में आरसीपी संकट (RCP Singh Rajya Sabha Candidate) खत्म हो गया है. लेकिन, आज सुबह जब सीएम नीतीश पंडित जवाहर लाल नेहरू की पुण्यतिथि पर नमन कर लौट रहे थे तो पत्रकारों ने फिर इसी मुद्दे को उठाया. सवाल पूछे जाने पर सीएम ने कहा कि जल्द ही आपको उम्मीदवारों के नाम पता चल जाएंगे. सवाल इस बात का है कि क्या सीएम हाउस में आरसीपी के उम्मीदवारी को लेकर बात बन गई? नहीं बनी तो फिर क्यों बीजेपी आरसीपी की राज्यसभा उम्मीदवारी के मुद्दे पर नीतीश के फैसले को बिहार के हित में लेने वाला फैसला घोषित कर रही है. कयास तमाम हैं लेकिन सभी वक्त की परत के नीचे दबे हुए हैं. जिस तरीके से आरसीपी के आवास पर नेताओं के आने का तांता लगा हआ है उसे देखकर यही लगता है कि 'दाल गल' चुकी है.
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मुख्यमंत्री से मिलने के आरसीपी सिंह अपने सरकारी आवास पर पहुंचे थे. उसी आवास पर अब समर्थकों का लगातार आना जारी है. हर कोई ये जानना चाहता है कि 1 घंटे चली मीटिंग में राज्यसभा उम्मीदवारी को लेकर क्या हुआ? अभी भी सस्पेंस बरकरार है. समर्थक डायरेक्ट आरसीपी सिंह से ही जान लेना चाहते हैं. लेकिन जिस तरीके से आरसीपी के समर्थक बाहर निकल रहे हैं उनके बॉडी लेंग्वेज से नहीं लगता कि आरसीपी सिंह ने अदंर हुई बातचीत को इन लोगों के सामने जाहिर किया होगा.
अभी अंदर की बात को आरसीपी भी बाहर नहीं आने देना चाह रहे हैं. इसके दो ही मायने हैं. पहला ये कि अभी सीएम नीतीश की ओर से राज्यसभा उम्मीदवारी को लेकर कोई संकेत नहीं मिले हैं. दूसरा ये कि इस मामले में नीतीश अति पिछड़ा कार्ड को चलना चाहते हैं. फिर भी सीएम नीतीश ने खुलकर कह दिया है कि जल्द ही उम्मीदवारों का नाम आप सभी के सामने होगा. यानी बिहार में जल्द ही कुछ बड़ा होने के संकेत मिल चुके हैं.
आरसीपी सिंह के सरकारी आवास पर पहुंचे विधायक रत्नेश सदा ने कहा कि वो निजी कार्य से मिलने पहुंचे हुए हैं. शादी का कार्ड देने पहुंचे थे. उन्होंने बताया कि राज्यसभा उम्मीदवारी के मुद्दे पर उनकी पार्टी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अधिकृत किया हुआ है. नीतीश कुमार ही उम्मीदवार का ऐलान करेंगे. तो वहीं जेडीयू के सवर्ण प्रकोष्ठ के पूर्व अध्यक्ष नीतीश टनटन ने मुलाकत कर मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि.-'हम पार्टी लोग पार्टी के कार्यकर्ता हैं. आरसीपी बाबू हम लोगों के नेता हैं तो हम लोग चाहेंगे कि राज्यसभा का टिकट उन्हे ही मिले. यह सीट भी उनकी थी इसलिए कोई दिक्कत नहीं है.'