पटना:राजधानी पटना से सटे बिहटा के नेउरा थाना क्षेत्र के मखदुमपुर गांव से तीन दिन पहले अपहृत सगे भाई अनीश कुमार और शिवम कुमार की निर्मम हत्या कर दी गई. अपहरण और हत्या करने वाले कोई और नहीं बल्कि दोनों मासूमों के सौतेले भाई सौरभ और गुलशन बताए जा रहे हैं. पुलिस ने सौरभ, गुलशन और साजिश में शामिल उसकी मां को गिरफ्तार कर लिया है.
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प्राप्त जानकारी के अनुसार अपहरणकर्ताओं ने अपहरण के बाद ही दोनों बच्चों की हत्याकर दी थी और शव को बोरा में डालकर एक को नौबतपुर थानाक्षेत्र के पुनपुन नदी के पास सोन केनाल में और दूसरे को जानीपुर थानाक्षेत्र के धराई चक में रोड किनारे फेंक दिया था. दोनों शव को पुलिस ने बरामद किया है.
दोनों अपहरणकर्ताओं की गिरफ्तारी के बाद पुलिस शव बरामद कर पाई. पुलिस के मुताबिक विनोद सिंह ने दो महिलाओं से विवाह किया था. उनकी दोनों पत्नी के बीच संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा था. पुलिस ने हत्याकांड में शामिल विनोद कुमार की पहली पत्नी सुनीता देवी और उसके दो बेटे सौरभ कुमार व गुलशन कुमार को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस अन्य सहयोगी की तलाश में जुटी गई है.
शव मिलने के बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया. वहीं, शव पहुंचने के बाद गांव में मातम का माहौल हो गया. मृतक बच्चों की मां का रो-रो कर बुरा हाल है. परिजन ब्रजेश सिंह ने कहा "विनोद की पहली पत्नी सुनीता देवी से संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा था, जिसको लेकर सौतेले भाइयों ने हत्या की धमकी दी थी."
बच्चों की हत्या के बाद रोती-बिलखती महिलाएं. "सरकार और प्रशासन से हमारी मांग है कि हत्यारों को फांसी की सजा दी जाए. पुलिस अगर सही तरीके से काम करती तो दोनों बच्चे सकुशल वापस घर आते. हम सभी लोगों ने रोड जाम किया तब जाकर पुलिस हरकत में आई. इस हत्याकांड में गांव का हरेन्द्र सिंह भी शामिल है."- ब्रजेश सिंह, परिजन
क्या हुआ मामला
विनोद कुमार ने 22 साल पहले सुनीता देवी से शादी की थी. उसे 3 बच्चे (दो बेटा, एक बेटी) है. संपत्ति के विवाद को लेकर आए दिन झगड़ा होता था, जिसके बाद विनोद कुमार ने उसके हिस्से की सारी संपत्ति उसके नाम लिख दी, इसके बावजूद झगड़ा चलता रहा.
विवाद बढ़ता देख विनोद कुमार ने पहली पत्नी को छोड़कर दूसरी शादी 9 साल पहले भोजपुर जिले के चांदी की रहने वाली सुधा देवी से की. सुधा की एक बेटी पहले से थी. विवाह के बाद उसे दो बेटे हुए. विनोद की संपत्ति पर पहली पत्नी की नजर थी, जिसको लेकर झगड़ा चल रहा था.
परिजनों ने किया था सड़क जाम
सुधा देवी के दो बेटों के अपरहण के बाद गुरुवार को परिजनों ने बिहटा-खगौल मुख्य मार्ग को करीब 5 घंटा आगजनी कर जाम कर दिया था. जाम और हंगामा के बाद पुलिस हरकत में आई और आरोपियों को गिरफ्तार किया. आरोपियों की निशानदेही पर दोनों बच्चों का शव पुलिस ने बरामद किया.
"23 तारीख को परिजनों द्वारा अपहरण का मामला दर्ज कराया गया था, जिसके बाद पुलिस लगातार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जुटी हुई थी. सौतेली मां से मिली जानकारी के बाद दोनों सौतेले बेटे की गिरफ्तारी हुई. दोनों सौतेले बेटे से पूछताछ के बाद पता चला कि दोनों ने अपहरण के दिन ही बच्चों की हत्या कर दी थी और दोनों शव को अलग-अलग थाना इलाके में फेंका था, जिसके बाद पुलिस ने दोनों शव को बरामद किया और पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया. इस मामले में अब तक पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया है. एक अन्य का नाम सामने आ रहा है उसे भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा."- धर्मेंद्र कुमार, थानाध्यक्ष, नेउरा
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