पटना:पीएम नरेंद्र मोदी ने देशभर में 3 मई तक लॉकडाउन जारी रखने का ऐलान किया था. इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि हॉट स्पॉट को चिन्हित कर अन्य जगहों पर गरीब मजदूरों को ध्यान में रखते हुए 20 अप्रैल से सीमित छूट दी जाएगी. इस बाबत, ईटीवी भारत ने पटना में इस सीमित छूट का जायजा लिया.
केंद्र सरकार के दिशा निर्देश के बाद सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बिहार में 20 अप्रैल से सरकारी कामकाज शुरू किया गया. भवन विकास मंत्री अशोक चौधरी अपने कार्यालय पहुंचे. कार्यालय पहुंचते ही उन्होंने बताया कि कोरोना से बचाव को लेकर मास्क, हैंड सैनीटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा है. कार्यालय आने से पहले स्क्रीनिंग करवायी जा रही है.
फैक्ट्रियों पर सीमित छूट का असर
वहीं, पाटलिपुत्र स्थित इंड्रस्टियल एरिया में लॉकडाउन का प्रभाव अभी भी देखने को मिल रहा है. कुछ फैक्ट्रियों ने सरकार से परमिशन लेकर अपना ताला खोलना तो चाहा लेकिन मजदूरों वहां नहीं पहुंचे. इस कारण फैक्ट्रियां बंद रहीं. शाम को फैक्ट्रियों में ताला लटकता मिला.
- बिहार में 20 अप्रैल से सशर्त फैक्ट्रियों के खोलने को लेकर राज्य सरकार ने आवेदन की मांग की थी.
- पटना में तीन सीमेंट फैक्ट्री, बिटुमिंस (आयरन और स्टील) समेत अन्य फैक्ट्रियां हैं.
- पटना में 200 खाद्य प्रोसेसिंग यूनिट हैं. इनमें 18 आटा मिल, 11 चावल मिल और 20 ब्रेड बेकरी समेत अन्य खाद्य यूनिट हैं. कुल 60 चल भी रहे हैं