दरभंगा: बिहार राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष यूनुस हकीम नेपरिसदन में पत्रकारों से बात करते हुए नीतीश सरकार की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि इस सरकार में अल्पसंख्यको के उत्थान के कई प्रकार के कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं. इससे पहले बिहार में जितने भी सरकार बनी, उनके शासन काल में इतना काम नहीं हुआ, जितना वर्तमान सरकार में हो रहा है. वर्तमान सरकार ने कब्रिस्तान की घेराबंदी के साथ ही अल्पसंख्यक समुदाय के लड़के और लड़की के लिए पढ़ाई के साथ उनके रोजगार के लिए कई योजना चलाई है.
बिहार अल्पसंख्यक आयोग ने की CM नीतीश की तारीफ, कहा- गौरव होना चाहिए कि ईमानदार हैं मुख्यमंत्री - statement of Bihar State Minority Commission
लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के एक सर्वे का हवाला देते हुए अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार सबसे बेहतर सीएम हैं. वो जाति की नहीं जमात की राजनीति करते हैं.
यूनुस हकीम ने कहा कि पूरे बिहार में 8 हजार से ज्यादा कब्रिस्तान की घेराबंदी के लिए प्रस्ताव किया गया था. जिसमें से 7 हजार से ज्यादा कब्रिस्तान की घेराबंदी हो गई है और बाकी जगहों पर युद्ध स्तर पर काम चल रहा है. वहीं, उन्होंने कहा कि कोशिश की जा रही है कि इस वर्ष के अंत तक जितने भी बचे हुए कब्रिस्तान हैं. उन सभी कब्रिस्तानों की घेराबंदी पूरी कर ली जाए. उसके बाद ही बचे हुए कब्रिस्तान को इस प्रोजेक्ट में शामिल किया जाएगा.
'लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के सर्वे में सबसे अच्छे सीएम नीतीश'
वहीं उन्होंने नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए कहा कि लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स ने एक सर्वे कराया था कि इस देश में सबसे अच्छा मुख्यमंत्री कौन है? जिसका शासन अच्छा है और ईमानदार छवि के हैं. उस सर्वे का जो रिजल्ट सामने आया उसको लेकर आपको गौरव होगा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सर्वे में पहले मुख्यमंत्री बने. वहीं, उन्होंने कहा कि यह बड़ी बात है कि आपके पास एक ऐसी छवि का मुख्यमंत्री है, जो स्वच्छ और ईमानदार है. जो खुद नहीं बोलते हैं, उनका काम बोलता है. जो जाति की नहीं जमात की राजनीति करते हैं.