पटना: बिहार विधानमंडल के बजट सत्र के पहले ही दिन विपक्ष ने जमकर हंगामा करते हुए सरकार को विभिन्न मुद्दे को लेकर घेरने की कोशिश की. इस बाबत ईटीवी भारत से बात करते हुए राजद नेता सह पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने कहा कि सदन में सरकार को जवाब देना होगा. विभिन्न मुद्दों पर हम सरकार को सदन में घेरेंगे. उन्होंने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार का मुद्दा हो एनआरसी, एनपीआर या सीएए का मुद्दा हो इन सब मुद्दों पर सरकार से सदन के अंदर हम जवाब मांगेंगे.
'सरकार पर दागते हैं सवाल, तो मुंह से नहीं निकलती आवाज' - lalu yadav
ईटीवी भारत से बात करते हुए तेज प्रताप यादव ने कई मुद्दों को लेकर सरकार पर निशाना साधा. तेज प्रताप यादव की माने तो बिहार सरकार को शिक्षकों की मांगे पूरी करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार हर किसी पर चाहे वो महिलाएं ही क्यों न हो, सभी पर लाठीचार्च करवा रही है.
तेज प्रताप यादव ने कहा कि सदन में जनहित के जो मुद्दे उठाए जा रहे हैं. सरकार उसका जवाब नहीं देती है और कहीं न कहीं सरकार लोगों को बरगलाने की कोशिश करती है. उन्होंने कहा कि सदन में जिस तरह से सवालों पर सरकार चुप्पी साध रखा है. निश्चित तौर पर इसका मतलब साफ है कि सरकार लोगों को धोखा दे रही है. उन्होंने कहा कि शिक्षा का मामला हो, स्वास्थ्य का मामला हो या रोजगार का मामला हो. इन सब मामले पर सरकार की चुप्पी ही जवाब दे देती है कि इन्होंने बिहार में कुछ काम नहीं किया है. जनता के साथ धोखेबाजी की है.
नियोजित शिक्षक को वेतनमान दे सरकार- तेज प्रताप
तेज प्रताप यादव ने एक सवाल के जवाब में कहा कि हम नियोजित शिक्षक की मांग के साथ हैं. नियोजित शिक्षक को वेतनमान मिलना चाहिए. उन्हें स्थायी करना चाहिए. उन्होंने कहा कि जो सरकार अभी राज्य में है. कहीं न कहीं शिक्षकों की मांग को दबाना चाहती है. राज्य में छात्र आंदोलन करें या शिक्षक आंदोलन करें. सभी पर लाठीचार्ज किया जाता है. यहां तक कि महिलाओं को भी नहीं बख्शा जाता है. इन सब मुद्दे को लेकर हम लोग सदन में सरकार को घेरेंगे और सदन के अंदर जवाब देने के लिए मजबूर करेंगे.
- इस दौरान तेज प्रताप यादव ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की बेरोजगारी हटाओ यात्रा का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि हमारा मुद्दा शिक्षा-स्वास्थ्य और रोजगार ही है. इसको लेकर लोगों में जागरूकता फैलाएंगे और सरकार को घेरने का काम करेंगे.