पटना: पटना मेट्रो के लिए चल रहे निर्माण कार्य की रफ्तार को लेकर नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा ने कहा कि नये चेयरमैन के आने से काम रफ्तार पकड़ेगा. लेकिन कोरोना के बाद बरसात काम मे कुछ बाधा पहुंचा सकता है. सरकार का प्रयास है कि 2024 तक पटनावासियों को मेट्रो मिल जाए.
सीएम नीतीश कुमार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक पटना मेट्रो परियोजना मे लगातार बाधा आ रही है. कभी कर्मचारियों की कमी तो कभी कोरोना इफेक्ट और अब बरसात भी मेट्रो के काम में बाधा पहुंचा सकता है. केन्द्र सरकार ने पटना मेट्रो के लिए नए चेयरमैन के तौर पर कामरान रिजवी को नियुक्ति की है. कामरान रिजवी यूपी कैडर के आईएएस अधिकारी और अभी केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय में एडीशनल सेक्रेट्री के पद पर तैनात हैं. इनकी नियुक्ति के साथ ही अब पटना मेट्रो प्रोजेक्ट के काम में और तेजी आने की उम्मीद है.
पटना से अरविंद राठौर की रिपोर्ट पटना मेट्रो के लिए नए चेयरमैन
चेयरमैन की नियुक्ति के बाद नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा ने कहा कि पहले शिवदास मीना चेयरमैन थे. लेकिन केन्द्र सरकार ने उनका ट्रांसफर कर दिया, जिसकी वजह से पद खाली था. लेकिन अब कामरान रिजवी के आने से काम का रफ्तार पकड़ेगा. क्योंकि जो काम अभी चल रहा था, उसमें और तेजी आयेगी. वहीं, पटना मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए सरकार भूमि अधिग्रहण का काम कर रही है. उसके लिए अधिकारियों की नियुक्ति भी हो गई है और काम भी चल रहा है.
विस्तारीकरण का काम
वहीं, नगर विकास मंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण के चलते काम मे बाधा उत्पन्न हुई थी और अब बरसात भी कुछ असर डालेगी. लेकिन बहुत सारा काम भी बरसात में होता है, वो आगे चलता रहेगा. सुरेश शर्मा ने कहा कि मेट्रो के विस्तारीकरण की कोई योजना नहीं है. सरकार का अभी दो ही कॉरिडोर पर फोकस है. उसे पूरा करने में सरकार लगी हुई है, जब शहर का विस्तारीकरण का काम होगा. तो उस समय लोगों की सुविधा के लिए सरकार आगे सोचेगी.
- नगर विकास मंत्री ने दावा किया है कि संक्रमण कंट्रोल में रहा तो और सही से काम चलता रहेगा. निश्चित तौर पर शहरवासियों को 2024 तक मेट्रो के सुविधा उपलब्ध करा देंगे.