पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संवाद में उद्योगपतियों के साथ बैठक की. इस बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्वीकार किया कि बिहार में बड़ा उद्योग लगाना आसान नहीं है. वहीं उद्योगपतियों ने सुरक्षा का मुद्दा उठाया.
'छोटे उद्योगों के लिए सभी को सजग होने की जरूरत'
सीएम ने कहा कि हम लोग राज्य में काम करने वाले उद्योगपतियों और व्यवसायियों को प्रोत्साहित करते रहे हैं. जिन उद्योगपतियों और व्यवसायियों ने बिहार में रहकर काम किया है उन्हें सम्मानित भी किया है. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि बिहार में बड़े उद्योग लगाने की संभावना कम है, लेकिन छोटे उद्योगों को स्थापित करने के लिए आप सभी को सजग होने की जरूरत है.
'राज्य में सुरक्षा बड़ा मुद्दा'
बैठक में उपस्थित उद्योगपतियों ने कहा कि बिहार में 2016 की पॉलिसी से 2011 की पॉलिसी ज्यादा बेहतर थी. उद्योगपतियों ने सुरक्षा को एक बड़ा मुद्दा बताया, और कहा कि राज्य में उद्योग लगाने वालों को और भी सुरक्षा मुहैया कराने की जरुरत है. वहीं ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि सरकार इसके प्रति गंभीर है और लगारात इस दिशा में काम कर रही है.
बैठक में सीएम ने कहा कि राज्य में उद्योग लगाने वालों को सरकार सम्मानित करेगी. बैठक में बिहार औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन नीति 2016 पर मध्यावधि समीक्षा भी की गई. बैठक में उद्योगपतियों ने सरकार को कई सुझाव दिए. सुझावों पर उद्योग क्षेत्र के प्रतिनिधियों से मुख्य सचिव स्तर पर विभिन्न विभागों के प्रधान सचिव फिर से बैठक भी करेंगे.
'राज्य ने किया विकास'
बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 13 -14 वर्षों से राज्य की सेवा कर रहे हैं. प्रत्येक क्षेत्र में हम लोगों ने विकास किया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने परिवहन के क्षेत्र में भी काफी काम किया है, अच्छी सड़कें बनी है बड़ी संख्या में फ्लाईओवर का निर्माण कराया गया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हमने सत्ता संभाली थी तो उसमें राज्य का बजट मात्र 23 हजार 800 करोड़ का था जो अब बढ़कर 2 लाख करोड़ से अधिक हो गया है.