पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विधानसभा और विधान परिषद की कार्यवाही स्थगित होने के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए कोरोना वायरस को लेकर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से इंतजाम किये जा रहे हैं. सीएम ने महामारी से एहतियात बरतने के सलाह देते हुए सरकार के उठाए गए कदम के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि बिहार में अभी तक एक भी कोरोना वायरस के मरीज नहीं है लेकिन बाहर से बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं. इसलिए सरकार पूरी तरह सतर्क और सजग है. जागरूकता के लिए भी हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं.
बोले नीतीश कुमार- बिहार में नहीं मिला कोरोना ग्रसित एक भी मरीज, लेकिन सतर्क रहने की जरूरत - नीतीश कुमार का बयान
कोरोना वायरस पर सरकार के उठाए गए कदम के बारे में बताते हुए सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि इस महामारी से बचाव के लिए अलर्ट रहना बेहद जरूरी है. सरकार कई कदम उठा रही है.
कोरोना वायरस को लेकर सरकार की ओर से अब तक जो भी कदम उठाए गए हैं. उसके बारे में पहले दोनों सदन में मुख्यमंत्री ने अपनी बात रखी और फिर सदन स्थगित होने के बाद मीडिया से भी बातचीत की. मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को सजग रहने की जरूरत है. सरकार इसको लेकर पूरी तरह सतर्क है. वायरस से बचाव के लिए जरूरी है कि लोग दूरी बनाकर रखें और इसीलिए सरकार ने स्कूल कॉलेज और अन्य सार्वजनिक जगहों को 31 मार्च तक बंद कर दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि बाहर से जो लोग आ रहे हैं. उनकी जांच की भी विशेष व्यवस्था की जा रही है. पाटलिपुत्र होटल इस जांच के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया है.
बिहार में नहीं मिला कोरोना ग्रसित मरीज
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे तो एक भी मरीज अभी तक बिहार में नहीं पाए गए हैं. लेकिन नेपाल में भी मरीज मिले हैं और बिहार से सटे यूपी में भी मरीज की सूचना मिली है. इसलिए बिहार के लोगों को अलर्ट रहने की जरूरत है.