पटना: बिहार में नीतीश कुमार सुशासन बाबू कहे जाते हैं. सुशासन का मतलब अच्छा शासन. लेकिन, बिहार में तेजी से बढ़ते अपराध के बीच नीतीश सरकार के सुशासन की पोल खुलती नजर आ रही है. प्रदेश में बढ़ते अपहरण, लूटपाट, हत्या, छेड़खानी, महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटनाओं में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. सरकार को आइना दिखाने के लिए ईटीवी भारत की टीम आम लोगों से बात कर रही है. आइए जानते हैं प्रदेश की जनता लॉ एंड ऑर्डर पर क्या बोलती है.
यूं तो राजधानी पटना में राजनीतिक हलचल तेज रहती है. लेकिन इसके साथ-साथ क्राइम की खबरें भी सुर्खियों में रहती है. यहां अपराधी खुलकर हत्या, मर्डर और लूट जैसी वारदातों को अंजाम देते हैं. कभी रंजिशन किसी की हत्या कर दी जाती है, तो कभी लूट के इरादे से. वहीं, फायरिंग से तो राजधानी आए दिन दहलती है.
'डर लगता है'
राजधानी में बढ़ते अपराध के चलते एक स्थानीय युवक ने कहा कि अब तो राजधानी में भी डर लगता है. यहां हर दिन किसी के साथ छिनैती तो किसी के साथ मारपीट की वारदातें होती रहती हैं. वहीं, अपराधी बेखौफ हैं. प्रशासन कुछ नहीं कर रहा है.
'कब क्या हो जाए पता नहीं'
लूट की एक घटना का जिक्र करते हुए एक अन्य स्थानीय युवक ने बताया कि मेरे देखते ही देखते लूट हो गई. उसके बाद से मैं डरा हुआ हूं. राह चलते कब क्या हो जाए कुछ पता नहीं है. सुशासन सरकार में अपराध तेजी से बढ़ा है.
रोज पास होती है कमेंट-छात्राएं
कॉलेज और कोचिंग से लौट रही छात्राओं से जब ईटीवी भारत ने बात की, तो उन्होंने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि हमें रोज गंदी-गंदी कमेंट्स का सामना करना पड़ता है. हम कुछ नहीं बोलते हैं क्योंकि आवाज उठाने पर कमेंट्स के अलावा हमारे साथ कुछ भी हो सकता है. इसलिए मुंह बंद कर हम अपने रास्ते चलते बनते हैं. वहीं, एक अन्य छात्रा ने कहा कि हर मिनट, हर सेकेंड हम डर के साये में रहते हैं.