पटना:प्रशांत किशोर के सीट शेयरिंग वाले बयान के बाद प्रदेश में सियासत तेज है. पहले सुशील मोदी ने ट्वीट के जरिए पीके पर हमला बोला. उन्होंने पीके को डाटा बेचने वाला बताया. उसके बाद पीके ने सुमो को परिस्थिति का डिप्टी सीएम बताया. इस पर जेडीयू और बीजेपी खेमे में बयानबाजी शुरू हो गई है. एक ओर जहां बीजेपी के नेता सुशील मोदी का समर्थन कर रहे हैं. वहीं, जेडीयू खेमे के नेता पीके का बचाव करते दिख रहे हैं.
बीजेपी नेता नवल किशोर यादव ने कहा है कि प्रशांत किशोर नेता नहीं हो सकते हैं. वे एक व्यवसायी हैं. उन्होंने पीके को डाटा बेचने वाला कहा है. नवल किशोर यादव ने साफ कहा है कि नीतीश कुमार और अमित शाह के बीच जब बैठक होगी तब सीट शेयरिंग पर फैसला आएगा. अभी उन्हें बयानबाजी नहीं करनी चाहिए.
बचाव में उतरे जेडीयू के नेता
वहीं, पीके के बचाव में जेडीयू खेमे के मंत्री नजर आ रहे हैं. उद्योग मंत्री श्याम रजक ने कहा है कि प्रशांत किशोर जेडीयू के बड़े नेता हैं. अगर जेडीयू बिहार विधानसभा चुनाव में बड़ी भूमिका में रहेगी तो बुराई क्या है. लेकिन, अभी टिकटों पर कोई फैसला नहीं हुआ है. पीके का बयान उनकी निजी राय है.