पटना: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में बजट पेश किया. मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का यह पहला बजट है. इस बजट के आने के बाद से कई अर्थशास्त्रियों ने अपनी राय रखी है. अर्थशास्त्री नवल किशोर चौधरी ने कहा कि इस बजट से महिलाओं के लिए कुछ खास होने की उम्मीद थी. लेकिन, ऐसा नहीं हुआ. लोगों को फिर से एक बार निराशा ही हाथ लगी है.
पटना: अर्थशास्त्री का बयान, बजट में महिलाओं और युवाओं पर नहीं दिया गया ध्यान
अर्थशास्त्री नवल किशोर चौधरी कहते हैं कि नरेन्द्र मोदी की सरकार युवाओं, महिलाओं की विकास के लिए सरकार बनी है. लेकिन, इस बजट से किसी को लाभ नहीं मिला है.
'बजट से नहीं मिला लाभ'
अर्थशास्त्री नवल किशोर चौधरी कहते हैं कि नरेन्द्र मोदी की सरकार युवाओं, महिलाओं की विकास के लिए सरकार बनी है. लेकिन, इस बजट से किसी को लाभ नहीं मिला है. युवा आज भी बेरोजगार हैं. सरकार इनके लिए कुछ नहीं कर रही है. वहीं, उन्होंने पीएम मोदी के मेक इन इंडिया को विफल बताया है. युवा आज भी बेरोजगार हैं. पिछले 45 वर्षों सबसे ज्यादा बेरोजगारी भारत में हुई है.
'मेक इन इंडिया विफल'
प्रोफेसर चौधरी का कहना है कि पेट्रोलियम पदार्थों में दिनों दिन कीमत की बढ़ोतरी हो रही है. सरकार को इस पर ध्यान देने की जरुरत थी. लेकिन, इस पर सरकार ने कुछ नहीं किया. पेट्रोलियम पदार्थ से खेती और ट्रांसपोर्टिंग सीधा जुड़ा हुआ है.