पटना: बिहार पुलिस के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने ईटीवी भारत से मुखातिब होते हुए कहा कि पटना आईजी ने बीएमसी के चीफ को पत्र लिखकर आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी को क्वारंटाइन करने का विरोध करते हुए उनको मुक्त करने का अनुरोध किया था, जिसे बीएमसी ने ठुकरा दिया है. बीएमसी ने पत्र का जवाब भी पटना पुलिस को भेज दिया है.
डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने कहा कि हमें आशंका है कि बीएमसी हमारे एसपी के साथ कुछ भी कर सकती है. आईपीएस अधिकारी के अलावा मुंबई गए चार और पुलिस कर्मियों को अब डर सताने लगा है. वो लोग छिपे हुए हैं और बीएमसी उनकी भी पूछताछ कर रही है, ताकि उन्हें क्वारंटाइन कर सके. बीएमसी और मुंबई पुलिस का कोई ठीक नहीं है. वे बिहार पुलिस के अधिकारियों के साथ कुछ भी कर सकते हैं. डीजीपी ने कहा कि बीएमसी चाहती तो अपने नियमों में परिवर्तन कर विनय तिवारी को मुक्त कर सकती थी. पर जिस तरह से उन्होंने जवाब दिया है यह दुर्भाग्यपूर्ण है.
DGP गुप्तेश्वर पांडेय से बात करते Etv भारत संवाददाता डीजीपी के बयान के मुख्य बिंदु
- बीएमसी का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है.
- उन्होंने हमारे अनुरोध को ठुकरा दिया है.
- हमारी एसपी अब मुंबई में 14 दिन क्वारंटाइन रहेंगे.
- अन्य चार पुलिस कर्मियों के बारे में बीएमसी ने पूछताछ की है.
- वो चारो भी डरे हुए हैं कि मुंबई पुलिस उन्हें भी क्वारंटाइन कर देगी.
बिहार पुलिस कोर्ट जा सकती है- डीजीपी
डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि जिस तरह से बीएमसी का जवाब आया है. हम बिहार सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बातचीत करेंगे. बिहार सरकार महाराष्ट्र सरकार से बात करेगी. जरूरत पड़ी, तो बीएमसी के खिलाफ बिहार पुलिस कोर्ट भी जा सकती है. डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने बताया कि हमारे सीनियर एसपी विनय तिवारी अब 14 दिन तक वहीं रहेंगे. बीएमसी का यह फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है. डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि विनय तिवारी महाराष्ट्र सरकार और महाराष्ट्र पुलिस से अनुमति लेकर वहां गए थे. एक आईपीएस अधिकारी के साथ जिस तरह से महाराष्ट्र पुलिस और महाराष्ट्र सरकार व्यवहार कर रही है. यह कहीं ना कहीं निंदनीय है पूरा देश इसे देख रहा है.
सीबीआई जांच लगी मुहर
डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने कहा कि बिहार सरकार ने सुशांत सिंह के पिता की मांग पर केंद्र सरकार से सीबीआई जांच की अनुशंसा की. जिसपर केंद्र सरकार ने मुहर लगा दी है. सीबीआई सुशांत सिंह मामले को लेकर कब जांच शुरू करेगी, यह तो हम नहीं कर सकते. लेकिन सीबीआई को बिहार पुलिस के किए गए अनुसंधान के बारे में जो भी जानकारी चाहिए, बिहार पुलिस उन्हें मुहैया करवाएगी.