नई दिल्ली/पटना:बिहार कांग्रेस प्रभारी भक्त चरणदास (Bhakt Charan Das) ने कहा कि 900 किसानों की मौत हो गई, उसके बाद जाकर केंद्र सरकार ने तीनों कृषि कानूनों (Three Agricultural Laws) को वापस लेने का निर्णय लिया है. उन्होंने कहा कि वास्तव में यह बहुद देर से लिया गया निर्णय है. पिछले एक साल से देश भर में किसान संगठन प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ा.
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भक्त चरणदास ने कहा कि किसान आंदोलन (Farmers Movement) और विपक्ष के दबाव में केंद्र सरकार ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का निर्णय लिया है. यह बिल किसान के हित के लिए नहीं थे. इससे किसानों को सिर्फ नुकसान होता. किसान अहिंसात्मक लड़ाई लड़ते रहे. लाखों किसान साल भर से सड़क पर बैठे हैं. किसानों के त्याग और बलिदान के बाद केंद्र सरकार को उनके सामने झुकना पड़ा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस शुरू से किसानों के साथ है और आगे भी रहेगी.
"साफ है कि किसान आंदोलन और विपक्ष के दबाव में केंद्र सरकार ने इन तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला लिया है. यह बिल किसान के हित के लिए नहीं थे. किसानों के त्याग और बलिदान के बाद केंद्र सरकार को उनके सामने झुकना पड़ा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस शुरू से किसानों के साथ है और आगे भी रहेगी"- भक्त चरणदास, प्रभारी, बिहार कांग्रेस