पटना:पटना उच्च न्यायालय के न्यायधीश जस्टिस राकेश के फैसले से विवाद खड़ा हो गया है. 11 न्यायाधीशों के बीच में उनके फैसले को रद्द कर दिया गया. फिर उन्हें न्यायिक कार्यों से भी अलग कर दिया गया. बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राजद ने इस विवाद पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि न्यायालय की विश्वसनीयता पिछले कुछ सालों में निचले स्तर पर पहुंच चुका है.
न्यायालय की विश्वसनीयता निचले स्तर पर
राजद उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा कि जस्टिस राकेश के फैसले से न्यायाधीशों में घबराहट हो गई है. इसी वजह से वह इस तरह के फैसले ले रहे हैं. न्यायाधीशों को मिल-बैठकर मामले को सुलझा लेना चाहिए. ऐसे विवाद पब्लिक डोमेन में आने पर न्यायालय की निष्पक्षता प्रभावित होती है. उन्होंने कहा कि पिछले कई सालों के दौरान न्यायालय की विश्वसनीयता लगातार घटती हुई दिख रही है. आज की तारीख में यह निचले स्तर पर पहुंच गई है.