पटना: नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन (एनआरसी) को लेकर अब बिहार में भी सियासत तेज हो गई है. एनआरसी को लेकर जेडीयू का बीजेपी से अलग स्टैंड दिख रहा है. जेडीयू एनआरसी को लेकर लगातार विरोध कर रही है. इसपर कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि बिहार में सीमा से सटे इलाकों में आजादी के बाद से ही घुसपैठिए बस गए हैं. यहां भी एनआरसी के तहत कार्रवाई करने की जरुरत है. वहीं, हम पार्टी नेता ने कहा कि जेडीयू का विरोध करना सिर्फ एक दिखावा है.
इन क्षेत्रों में हुई घुसपैठ
कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि सीमांचल जैसे क्षेत्रों में बहुत ज्यादा अवैध घुसपैठ हुई है. इससे यहां के लोगों को काफी समस्या झेलनी पड़ी है. उन्होंने कहा कि एनआरसी के तहत इनकी भी जांच होनी चाहिए. ये लोग बिना अनुमति के यहां प्रवेश कर गए हैं. कृषि मंत्री कहते हैं कि ये लोग राज्य के विकास में बाधा बन रहे हैं.
कृषि मंत्री प्रेम कुमार और हम पार्टी के नेता संतोष कुमार सुमन का बयान 'वोट बैंक की राजनीति से रहें दूर'
बीजेपी नेता प्रेम कुमार का कहना है कि पिछली सरकार की विफलता ही रही है जो अबतक इसपर कार्रवाई नहीं हुई है. क्षेत्रीय पार्टी सिर्फ वोट बैंक की राजनीति कर रही है. उन्होंने कहा कि बीजेपी राष्ट्रहित में काम करती है. इससे पहले भी देशहित के लिए सरकार कई काम कर चुकी है. मंत्री प्रेम कुमार ने इशारों-इशारों में जेडीयू पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि कुछ पार्टी ऐसी है जो इस मुद्दे का विरोध कर रही है. उन्हें डर है कि एनआरसी लागू होने से वोट बैंक न खत्म हो जाए.
हम का जेडीयू पर आरोप
उधर, एनआरसी मुद्दे पर जेडीयू के विरोध को लेकर हम पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव संतोष कुमार सुमन ने जेडीयू और बीजेपी की चुटकी ली है. हम नेता संतोष सुमन ने कहा कि जेडीयू का विरोध करना सिर्फ एक दिखावा है. जिस तरह आर्टिकल 370 पर जेडीयू का विरोध के बाद पार्टी ने सहमति दी थी. उसी तरह एनआरसी पर साथ ही है. उन्होंने कहा कि जब नीतीश कुमार को कुर्सी का खतरा मंडराता तो उसे बचाने के लिए कभी बीजेपी तो कभी आरजेडी के साथ मिल जाते हैं.
बिहार में एनआरसी की मांग
बता दें कि असम में एनआरसी होते ही बिहार में भी एनआरसी लागू करने की मांग अब उठने लगी है. भारतीय जनता पार्टी लगातार इस मुद्दे को लेकर बयानबाजी कर रही है. वहीं, जेडीयू ने इस मुद्दे पर एक बार फिर से विरोध जताया है. लेकिन, जेडीयू के इस विरोध का विपक्षी पार्टी सिर्फ एक दिखावा बता रही है.