पटना: बिहार में लगातार गंभीर कांडों में स्पीडी ट्रायलके जरिए अभियुक्तों को सजा दिलायी जा रही है. वर्ष 2022 के सितंबर महीने में अधिकतम संख्या में अपराधियों की सजा दिलवाने में सबसे ऊपर पटना जिला (Speedy Trial in Patna) है. पटना में 96 अपराधियों को सजा मिली है. आंकड़ों के मुताबिक सितंबर में 420 कांडों का स्पीड ट्रायल पूरा हुआ जिसमें 637 अभियुक्तों को दोषी करार दिया गया.
ये भी पढ़ें :बेतिया में चलती बस में गैंगरेप, सभी आरोपी गिरफ्तार, रेपिस्टों पर चलेगा स्पीडी ट्रायल
सितंबर में 420 कांडों का हुआ स्पीड ट्रायल :बिहार पुलिस मुख्यालय के आंकड़ों के अनुसार अगस्त की तुलना में सितंबर महीने में 25% अधिक कांडों की सुनवाई हुई, जबकि 37. 78% से अधिक अभियुक्त दोषी करार दिए गए हैं. साल 2022 के अगस्त महीने की तुलना में सितंबर महीने में 18.57% अधिक अभियुक्तों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है. सितंबर में 420 कांडों का स्पीड ट्रायल पूरा हुआ.रोहतास में 35 कटिहार में 29 भोजपुर में 27 मोतिहारी में 25 भागलपुर में 24 औरंगाबाद में 23 नालंदा में 22 बेतिया में 18 और मुजफ्फरपुर बक्सर और छपरा में 16 अपराधियों को सजा दिलाई गई है.
स्पीडी ट्रायल में 637 अभियुक्त दोषी करार :सितंबर महीने में 420 कांडों को स्पीडी ट्रायल पूरा हुआ जिसमें 637 अभियुक्तों को दोषी करार दिया गया है. इनमें 83 अभियुक्तों को आजीवन कारावास जबकि 84 अभियुक्तों को 10 वर्ष या उससे अधिक की सजा सुनाई गई है. वहीं 158 अभियुक्तों को 10 वर्ष से कम जबकि 312 अभियुक्त को 2 वर्ष से कम की सजा सुनाई गई है.
ये भी पढ़ें : दरभंगा में जिंदा जलाने का मामलाः पीड़ित परिजनों को DM ने सौंपा मुआवजे का चेक, स्पीडी ट्रायल का दिया भरोसा