पटना(मसौढी): हजरत पैगम्बर मोहम्मद साहब के जन्मदिन के मौके पर शुक्रवार को ईद मिलाद-उन-नबी मनाया जा रहा है. इसे मालविद भी कहा जाता है. हजरत साहब के जन्मदिन पर पिलौरी स्थान मकदुम बाबा के मजार पर खास दुआ पढ़ने का कार्यक्रम किया गया. इस दौरान कई लोगों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया.
ईद मिलाद -उन- नबी पर खास कार्यक्रम का आयोजन, समाज के सैकड़ों लोग हुए शामिल - पटना लेटेस्ट न्यूज
इस्लामिक कैलेंडर के तीसरे महीने रबी-अल-अव्वल की 12वीं तारीख को ईद मिलाद उन नबी मनाया जाता है. इस दिन मक्का शहर में 571 ईसवी में पैगंबर हजरत मुहम्मद साहब का जन्म हुआ था. इसी की याद में ईद मिलाद उन नबी का पर्व मनाया जाता है.
मस्जिदों और मजारों पर खास कार्यक्रम
इस्लामिक मान्यता के अनुसार आज के दिन मस्जिदों और मजारों पर खास कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. इस बार कोरोना को लेकर जुलूस नहीं निकाला गया है. मसौढी के दाउदपुर पिलौरीस्थान दरगाह पर चादरपोशी करते हुए खास दुआ कार्यक्रम किया गया. बताया जाता है कि आज के दिन खास मौके पर दुआ करने पर हर दुआ कुबूल किया जाता है. इस मौके पर कोई भी शख्स दरगाह पर अपनी समस्या लेकर आते है उनकी समस्या दूर होती है.
मजार पर पढ़ी गयी खास दुआ
मसौढी के पुरानी बाजार कमिटी की ओर से पिरौली स्थान बाबा मकदुम के मजार पर खास दुआ पढ़ा गया. जहां कोरोना को लेकर देश भर मे अमन चैन के लिए दुआ मांगा गयी. हजरत पैगम्बर साहब के जन्मदिन के मौके पर इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार ईद मीलाद नबी पर्व मनाया जा रहा है. इस मौके पर पूरे में जुलूस और कई जगहों पर मेले का आयोजन किया जाता था. लेकिन इस बार दरगाह और मजारो पर दुआ पढ़ा गया. जहां दर्जनों मुस्लिम भाईयों ने दरगाह पर खास दुआ पढ़ा गया.