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बिहार चुनाव से पहले सजने लगा लालू का दरबार, असम से मंगवाई गई स्पेशल कुर्सी - चारा घोटाला

लालू यादव के प्रशंसक इन दिनों सारे नियमों को ताक पर रखकर उनसे मुलाकात करने रिम्स के पेइंग वार्ड पहुंच रहे हैं. हाजीपुर के कठोलिया पंचायत के मुखिया अशर्फी राय उनसे मुलाकात करने के दौरान एक कुर्सी लेकर पहुंच गए, जिसका वीडियो ईटीवी भारत की टीम ने अपने कैमरे में कैद कर लिया.

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लालू यादव

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Published : Jul 3, 2020, 7:36 PM IST

पटना/रांची: रिम्स के पेइंग वार्ड में सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव के प्रशंसक इन दिनों नियमों को ताक पर रखकर उनसे मुलाकात कर रहे हैं, जिसका जीता जागता उदाहरण ईटीवी भारत ने अपने कैमरे में कैद कर लिया है. शुक्रवार को हाजीपुर के कठोलिया पंचायत के मुखिया अशर्फी राय उनसे मुलाकात करने के दौरान एक कुर्सी लेकर पहुंचे थे. उन्होंने रिम्स के पेइंग वार्ड में उनसे घंटों मुलाकात की.

ईटीवी भारत की टीम ने जब इस मामले की पड़ताल की तो जानकारी मिली कि बिहार से आए मुखिया जी ने लालू यादव के लिए उपहार के तौर पर एक विशेष कुर्सी लाई थी. इस कुर्सी को लालू यादव को भेंट भी किया गया. इसे लेकर ईटीवी भारत ने जब और पड़ताल की तो पता चला कि लालू यादव ने मुखिया जी को पहले भी यह फरमाइश की थी कि वह जब भी रांची आएंगे तो उनके लिए आसाम में बना बेंत का कुर्सी जरूर लाएंगे. लालू यादव के हुकुम के अनुसार मुखिया जी नियम कानून को ताक पर रखते हुए बेंत की कुर्सी लेकर रिम्स के पेइंग वार्ड में पहुंच गए.

देखें रिपोर्ट

जेल प्रशासन पर सवाल
ईटीवी भारत की टीम ने जब कुर्सी लाने वाले अशर्फी कुमार से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने कुछ भी कहने से मना कर दिया, लेकिन मुलाकात करने की बात उन्होंने और उनके समर्थकों ने ऑफ दि रिकॉर्ड जरूर स्वीकारा. इस पूरे मामले को लेकर जब हमारी टीम ने जेल प्रशासन से बातचीत करने की कोशिश की तो उन्होंने फिलहाल इस मामले पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है. ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या कोई सजायाफ्ता मरीज जो रिम्स में इलाजरत है उनके लिए बाहर से उपभोग के लिए कोई सामान मुहैया कराया जा सकता है?

लालू यादव के लिये अलग से व्यवस्था पर सवाल
किसी सजायाफ्ता कैदी के लिये मनपसंद खाना बाहर से मंगवाया जा सकता है, उनके लिए अलग से कोई व्यवस्था हो सकती है और भी ऐसे कई सवाल हैं, जो फिलहाल रिम्स में इलाजरत लालू प्रसाद यादव को लेकर उठ रहे हैं. वहीं ऐसे मामलों को लेकर जेल प्रशासन भी गंभीर नहीं दिख रहा है.

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