पटना: प्रदेश में इस समय ठंड काफी बढ़ गई है. सर्दी का असर अब पालतू जानवरों की सेहत पर भी दिखने लगा है. ठंड के प्रभाव से पशुओं और उनके नवजातों में निमोनिया और पेट दर्द की शिकायतें तेजी से बढ़ रही हैं. सर्दी में होने वाली बीमारियों से पशुओं को राहत देने के लिए उनके इलाज के लिए विशेष व्यवस्था की गई है.
पशु विज्ञान विश्वविद्यालय: पालतू जानवरों में ठंड से होने वाली बीमारियों के इलाज के लिए की गई विशेष व्यवस्था
बीमारियों के साथ-साथ पशुओं को ठंड से बचाव के लिए इन दिनों सामान्य दिनों से ज्यादा देखभाल करनी होती है. मौसम में बदलाव के साथ जानवरों को सर्दी के मौसम में होने वाली बीमारियां होनी शुरू हो जाती है. इसके लिए पशुपालकों को सर्दी में कुछ विशेष ध्यान देना होता है. जरा सी चूक हुई तो पशु बीमारी का शिकार हो सकते हैं.
इलाज के लिए विशेष व्यवस्था
पटनास्थित पशु विज्ञान महाविद्यालय के चिकित्सीय केंद्र में ठंड के मौसम में जानवरों को होने वाली बीमारियों के इलाज के लिए विशेष प्रबंध किया गया है. चिकित्सीय केंद्र में लगातार लोग पालतू जानवरों के इलाज के लिए पहुंच रहे हैं. प्रत्येक दिन पशु चिकित्सक यहां उपलब्ध होते हैं. सोशल डिस्टेंस और मास्क लगाकर आना लोगों के लिए अनिवार्य किया गया है.
ठंड में जानवरों का ऐसे रखें खास ख्याल
संस्थान के पशु चिकित्सक रणधीर कुमार सिन्हा का कहना है कि ठंड के मौसम में पालतू जानवरों में वायरस की बीमारी परेशान करती है. साथ ही इस मौसम में निमोनिया का ज्यादा डर है. इसीलिए पालतू जानवरों को ठंड से बचाना चाहिए. इसको लेकर उन्हें जूट के बोरे से कम से कम रात के समय ढ़कें. साथ ही सरसों के तेल से रीढ़ पर समय-समय पर मालिश भी करना चाहिए. डॉक्टर सिन्हा ने कहा कि अपने पालतू जानवरों में जब भी कुछ रोग के लक्षण दिखे तो तुरंत पशु चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए.