पटना एएन कॉलेज के कोरियन लैंग्वेज सेंटर में सेलिब्रेनशन पटना:राजधानी पटनापांच दिवसीय दौरे पर पटना पहुंची है. सभी छात्र एएन कॉलेज में स्थित कोरियन लैंग्वेज सेंटर प्रोग्राम में हिस्सा लेने के लिए विशेष रूप से दक्षिण कोरिया से आए हुए थे. कोरियाई मेहमानों के स्वागत में एएन कॉलेज की छात्राओं ने भी अपनी प्रस्तुति दी. उन्होंने पारंपरिक कोरियन ड्रेस पहनकर कोरियाई गानों पर अपनी प्रस्तुति दी. प्रस्तुति देने वालों में निलोफर, निहारिका, ईशानी और परिधि शामिल थी. इन्होंने अपनी प्रस्तुति में साउथ कोरिया की पुरातन संस्कृति को दर्शाया.
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किंग सेजोंग इंस्टीट्यूट ने बुलाया: इन छात्रों ने दक्षिण कोरिया से आए इन छात्रों ने इन कॉलेज के किंग से जॉन कुरियन लैंग्वेज सेंटर में कोरियन न्यू ईयर फेस्टिवल सोनल को मनाया. इन छात्रों के टीम लीडर मोसे ना थे. जबकि टीम के अन्य मेंबर में जो जी ही, पार्क जियोंग, किम सू ह्यून, कांग ना सोंग, यून से जोंग, कांग मून सोक, ली सोक जू, किम जोंग ह्वेन और किम सुंग हो थे. इन सभी को विशेष रूप से कोरियन लैंग्वेज सेंटर इन कॉलेज के द्वारा आमंत्रित किया गया था.
पारंपरिक वेशभूषा को पहना:दक्षिण कोरिया से आए इन विशेष मेहमानों ने दक्षिण कोरिया में नववर्ष के अवसर पर पहने जाने वाले विशेष पोशाक हंगबोक की प्रस्तुत दी. साथ उन्होंने दक्षिण कोरिया की विशेष मिठाई में शुमार होने वाली दलगोना को भी बनाया. इन छात्रों ने दक्षिण कोरिया के ट्रेडिशनल गानों पर भी अपना परफॉर्मेंस दिया.
केवल चार जगह हैं सेंटर : इस सेंटर के बारे में जानकारी देते हुए ग्रेस ली ने बताया कि इस सेंटर को सेंटर दक्षिण कोरिया के किंग जॉन इंस्टीट्यूट और एंबेसी ऑफ द रिपब्लिक ऑफ कोरिया के द्वारा संचालित किया जाता है. इसे पूरे देश में 4 जगहों पर संचालित कराया जाता है. इसमें पटना के अलावा राजधानी दिल्ली, चेन्नई और इंफाल शामिल है. ग्रेस ली ने यह भी बताया कि इस कोरियन लैंग्वेज सेंटर में अगर कोई एडमिशन लेकर कोई कोरियन भाषा को सीखना चाहता है, तो सीख सकता है.
"कोरियन लैंग्वेज को सीखने कॉलेज और स्कूल के बच्चों के अलावा आम लोग भी यहां आकर नामांकन ले सकता है. इसका कोर्स 17 सप्ताह का होता है. जिसकी फीस 35 सौ रुपये है. इसमें कोरियन लैंग्वेज के बारे में तो जानकारी दी जाती है. साथ कोरियन ग्रामर, उसे पढ़ने और सुनने के साथ बोलने के बारे में भी जानकारी दी जाती है."-ग्रेस ली, सेंटर हेड, कोरियन लैंग्वेज सेंटर
कई छात्रों को मिला है जॉब: ग्रेस ली ने बताया कि इस कोरियन सेंटर में कोरियन भाषा सीखने के बाद शाम लीना ने जहां एलजी कंपनी में जॉब हासिल की. वहीं इशिता सहर को सैमसंग तथा अंशिता मुखर्जी हुंडे कंपनी में जॉब मिल चुकी है. इसके अलावा यही से कोरियन भाषा सीखने के बाद सलोनी सिंह और रूपल ऐसी छात्राएं हैं जिनको कोरियन गवर्नमेंट की तरफ से स्कॉलरशिप प्रदान की गई है और वह साउथ कोरिया में स्टडी कर रही है. इसके अलावा राकेश कुमार, नितेश कुमार, आंचल सिन्हा, चंकी कुमार, अमित कुमार और एडेलिना लोबो जैसे छात्रों को वार्षिक कोरियन स्पीच कॉन्टेस्ट में विजेता होने पर कोरिया की सरकार की तरफ से कोरिया में घूमने का मौका भी दिया गया है.