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बिहार के गांवों में खुलेगी मिट्टी प्रयोगशाला, किसान जानेंगे मिट्टी की गुणवत्ता

कृषि विभाग के सूत्रों की माने तो राष्ट्रीय संधारणीय कृषि मिशन के तहत मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना को पूरा करने के लिए राशि आवंटित कर दी गई है. इस बजट से मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन किया जाना है.

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मिट्टी प्रयोगशाला

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Published : Apr 2, 2021, 10:56 PM IST

पटना: बिहार के गांवों में अब वहां की मिट्टी के अनुकूल किसान फसल पैदा करेंगे. सरकार अब गांवों में मिट्टी प्रयोगशाला स्थापित करने जा रही है, जहां किसानअपने खेतों की मिट्टी की गुणवत्ता जान सकेंगे.

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''किसान की आय और उत्पादन को बढ़ाने के लिए सरकार मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना की गति तेज करने जा रही है. इसके तहत गावों में मिट्टी प्रयोगशाला स्थापित करने जा रही है. इस वित्तीय वर्ष में ग्रामस्तर पर 210 प्रयोगशाला खोली जाएंगी.''- कृषि विभाग के अधिकारी

उन्होंने कहा कि गांवों में मिट्टी जांच प्रयोगशाला की स्थापना का उद्देश्य यह है कि मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार एवं किसानों की आय में वृद्घि करने के साथ ग्रामीण युवाओं के लिए रोजगार का सृजन होगा. साथ ही मिट्टी जांच में लगने वाले समय को कम करना और किसानों को उनके द्वार पर मिट्टी जांच की सुविधा उपलब्ध कराना है.

क्या कहा था कृषि मंत्री ने
कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने भी पिछले दिनों कहा था कि किसानों को अपने खेतों की मिट्टी की जांच समय-समय पर कराते रहनी चाहिए. किसानों को परेशानी नहीं हो, इसके लिए गांव और प्रखंडस्तर पर मिट्टी जांच लैबोरेटरी स्थापित की जाएंगी.

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