पटना: आईएएस हरजोत कौर के कंडोम वाले विवादित जवाब देने पर एक तरफ जहां राष्ट्रीय महिला आयोग (National Commission for Women) ने संज्ञान लिया है. वहीं समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी ने भी नसीहत दी है. उन्होंने कहा कि हरजोत कौर को संयम बरतते हुए बात रखनी चाहिए थी. आगे से ऐसा बयान ना दें इसको लेकर बात की जाएगी. हालांकि इस मामले में कोई जांच नहीं होने की भी बात उन्होंने कहीं हैं.
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''कभी भी किसी भी चीज का कोई दिक्कत नहीं हो इसका भी प्रयास हम लोग मिलजुल कर कर रहे हैं. कहीं भी किसी स्कूल में ऐसा नहीं है कि शौचालय नहीं है. मेंटेनेंस भले ही नहीं हो इसको लेकर के कहीं न कहीं स्कूल प्रशासन को ध्यान देने की जरूरत है. खासकर के जिस कार्यक्रम में महिला अधिकारी बोल रहीं थीं वह कार्यक्रम उन्होंने खुद बुलाया था और उस कार्यक्रम में जो बात उन्होंने कहा वह निश्चित तौर पर गलत है. महिला अधिकारी कोई भी हो लेकिन इस तरह की बात उन्हें नहीं करनी चाहिए. अपनी जुबान है उन पर उन्हें संयम रखने की जरूरत है.''- मदन सहनी, समाज कल्याण मंत्री, बिहार
समाज कल्याण मंत्री मदन साहनी ने कहा की बिहार में महिलाएं आगे बढ़ें, इस को लेकर लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) काम कर रहे हैं. हर एक विद्यालय में ही लड़कियों की संख्या है. इसको लेकर पोशाक और साइकिल योजनाएं चलाई जा रही हैं. लड़कियों के लिए हर एक विद्यालय में शौचालय का निर्माण कराया गया है. यानी कुल मिलाकर महिला सशक्तिकरण को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रयास कर रहे हैं. इसके लिए लगातार काम भी कर रहे हैं.
नहीं होगी IAS के विवादित बयान पर जांच: जब मदन सहनी से पूछा गया कि क्या इसकी जांच करायेंगे? तो उन्होंने कहा कि इसकR जांच करवाने की बात हम नहीं कह रहे हैं. हम सिर्फ इतना ही कह रहे हैं कि कोई भी अधिकारी हो संयम बरतें और इस तरह का बयान नहीं दें. क्योंकि, इस तरह के बयान देने से जो मिशन है, खासकर के मुख्यमंत्री नीतीश का महिला सशक्तिकरण मिशन, उसपर कहीं न कहीं धक्का लग सकता है. इसीलिए अधिकारियों को हम हम सुझाव दे रहे हैं कि इस तरह का बयान वह नहीं दें. अपनी वाणी पर संयम रखें.
जानें क्या है मामला? दरअसल, बिहार महिला एवं बाल विकास निगम की प्रमुख कौर दरअसल एक कार्यक्रम में आई थीं. यहां एक स्कूली छात्रा ने जब उनसे सवाल किया कि क्या सरकार 20-30 रुपये का सेनेटरी पैड नहीं दे सकती? जिसके जवाब में महिला अधिकारी ने यहां तक कह दिया कि आज सरकार से 20-30 रुपये के सैनिटरी पैड की मांग है. परिवार नियोजन की बात आने पर क्या निरोध भी देना होगा. निगम और यूनिसेफ द्वारा आयोजित 'सशक्त बेटी, समृद्ध बिहार' कार्यक्रम में छात्रों के सवालों और अधिकारी के तीखे और चिड़चिड़े जवाबों का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
"आज सेनेटरी पैड मांग रही हो कल को जींस पैंट मांगोगी. परसों सुंदर जूते और अंत में परिवार नियोजन के लिए साधन भी मुफ्त में मांग करोगी. सरकार से लेने की जरूरत क्यों है, यह सोच गलत है और कुछ खुद भी किया करो."-हरजोत कौर बम्हरा, WCDC एमडी
छात्रा की डिमांड पर IAS का तर्कहीन जवाब: एक छात्र ने बम्हरा से पूछा कि सरकार छात्रों को स्कूल ड्रेस, छात्रवृत्ति, साइकिल और कई अन्य सुविधाएं प्रदान कर रही है, क्या वह छात्राओं को 20 से 30 रुपये में सैनिटरी पैड प्रदान नहीं कर सकती. बम्हरा ने कहा कि लोग सवाल पर ताली बजाते हैं लेकिन ये अंतहीन मांगें हैं. आज सरकार आपको 20 से 30 रुपये में सैनिटरी पैड मुहैया कराएगी. फिर आप जींस, पैंट और फिर खूबसूरत जूते मांगते हैं. लेकिन वह यहीं नहीं रुकीं. "जब परिवार नियोजन की बात आती है, तो क्या सरकार आपको कंडोम (निरोध) देगी. मुझे सरकार से सब कुछ मुफ्त लेने की आदत क्यों होगी? इसकी क्या जरूरत है?
'ये मूर्खता की पराकाष्ठा'- IAS : उस पर, छात्रा ने कहा कि सरकार उनके पास वोट मांगने आती है. बम्हरा ने गुस्से में जवाब दिया कि "यह मूर्खता की पराकाष्ठा है. आप वोट मत करो और पाकिस्तान जाओ. आप सरकार से पैसा और सुविधाएं लेने के लिए वोट दे रहे हैं." जिसपर उस छात्रा ने जवाब दिया कि वह एक भारतीय है और वह पाकिस्तान क्यों जाएगी? छात्रा ने पूछा, "सरकार करदाताओं के पैसे से सुविधाएं प्रदान कर रही है. अगर करदाता सरकार को कर दे रहे हैं, तो वे सेवाओं की मांग क्यों नहीं करेंगे?" एक अन्य छात्रा ने स्कूल में लड़कियों के लिए शौचालय में समस्या का दावा करते हुए कहा कि लड़के भी लड़कियों के शौचालय में प्रवेश करते हैं और उन्हें असहज करते हैं.