मुजफ्फरपुर: मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से सैंकड़ो बच्चों की मौत से सरकार की खूब फजीहत हुई है. कुंभकर्णी नींद में सोई सरकार का एक-एक विभाग धीरे-धीरे अब जाग रहा है. मुजफ्फरपुर मामले को समाज कल्याण विभाग ने गंभीरता से लिया है. मामले की जांच अब जिले के आंगनवाड़ी केंद्र तक पहुंच गया है.
किरकिरी के बाद जागा समाज कल्याण विभाग, आंगनबाड़ी केंद्र तक पहुंची 'चमकी' की जांच - स्वास्थ्य विभाग
समाज कल्याण मंत्री रामसेवक सिंह के अनुसार जिले के 1222 आंगनबाड़ी केंद्र पर चमकी को लेकर जांच चल रहा है. जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषी अफसरों और कर्मचारियों पर कार्रवाई की जायेगी.
1222 आंगनवाडी केंद्र की चल रही जांच
किरकिरी के बाद समाज कल्याण विभाग ने सतर्कता दिखाते हुए जिले के आंगनवाड़ी केंद्र की जांच में जुटी है. समाज कल्याण मंत्री रामसेवक सिंह ने ईटीवी भारत को बताया कि इसकी जांच मुजफ्फरपुर के 1222 आंगनवाड़ी केंद्र पर हो रही है. विभाग ने मुख्य सचिव दीपक कुमार की निगरानी में जांच कमिटी का गठन किया है.
जांच रिपोर्ट के आधार पर होगी कार्रवाई
गौरतलब है कि मुजफ्फरपुर के बोचहा, मीनापुर, कांटी, मुसहरी और पारू प्रखंड के बच्चे चमकी से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. मीनापुर में 259, कांटी में 223, बोचहा के 187, मुसहरी के 261 और पारू के 292 आंगनबाड़ी केंद्रों का जांच किया जायेगा. समाज कल्याण मंत्री रामसेवक सिंह ने स्पष्ट करते हुए कहा कि जांच रिपोर्ट के अनुसार दोषियों पर कार्रवाई की जायेगी.