पटना: बिहार के सूचना जन सम्पर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि सीएम नीतीश कोरोना से उपजे हर हालात को लगातार समीक्षा कर रहे हैं. सीएम जरुरतमंदों को मदद पहुंचाने के लिए हरसंभव कदम उठा रहे हैं. उन्होंने बताया कि सीएम ने एक बार फिर से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संबंधित विभागों के अधिकारियों, प्रमंडलीय आयुक्तों, रेंज के आईजी, डीआईजी और सभी जिले के डीएम के साथ बैठक की. बैठक में प्रवासी लोगों के बिहार आने की संभावना को लेकर विचार-विमर्श किया गया.
अनुपम कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि सीएम नीतीश ट्रेन के माध्यम से प्रवासियों को बिहार वापस लाने के लेकर चर्चा की. इसके साथ ही दूसरे राज्यों से आने वाले बिहार के लोगों को जिला मुख्यालय से लेकर प्रखंड स्तर तक के क्वारंटाईन सेंटर तक ले जाने की व्यवस्था पर चर्चा की गई. मुख्यमंत्री ने श्रम संसाधन विभाग को निर्देश दिया है कि जो भी श्रमिक बिहार आ रहे हैं उन सभी का स्किल सर्वे कराया जाए. ताकि उनको बिहार में ही रोजगार उपलब्ध कराया जा सके. सीएम ने स्वास्थ्य विभाग को भी निर्देश देते हुए कहा कि जिला स्तर पर टेस्टिंग की सुविधा बढाई जाए.
प्रत्यय अमृत को बनाया गया नोडल अधिकारी
जन सम्पर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने जानकारी दी की दूसरे राज्यों से समन्वय स्थापित करने के लिए आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है. प्रदेश के सभी जिले में भी नोडल अधिकारी बनाए जाएंगे. अनुपम कुमार ने कहा कि बिहार में पिछले 24 घंटे में 57 नए कोरोना मामले आने के बाद बिहार में कोरोना पॉजिटिव केस का आंकड़ा 466 हो गया है. बिहार में 201 आपदा राहत केन्द्र चलाए जा रहे हैं. जिसका लाभ 72 हजार से ज्यादा लोग उठा रहे हैं. पंचायत स्तर पर स्थित 14 सौ 10 क्वारेंटाईन सेंटर में 13 हजार 03 सौ लोग आवासित हैं. जिन्हें भोजन और चिकित्सीय सुविधा मुफ्त में मुहैया करायी जा रही है. लॉकडाउन के कारण बिहार के बाहर फंसे बिहार के लोगों के अब तक 29 लाख 13 हजार आवेदन प्राप्त हुए हैं. जिनमें से 18 लाख 57 हजार आवेदकों के खाते में 1000 रूपये की राशि भेज दी गई है. मुख्यमंत्री के निर्देश पर बिहार फाउंडेशन के जरिये बिहार के बाहर फंसे 9 राज्यों में 55 राहत केन्द्र चलाए जा रहे हैं. जिससे 14 लाख 17 हजार लोग लाभान्वित हो रहे हैं.