एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार पटना/सिवान: बिहार के सिवान के नबीगंज थाना क्षेत्र के बाला गांव मेंजहरीली शराब पीने से 7 लोगों की मौत (Siwan Hooch Tragedy) हो गई. कई लोगों का इलाज अस्पताल में चल रहा है. इस मामले को लेकर पुलिस और प्रशासन कार्रवाई में जुटी है. अब तक मामले में 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि स्प्रिट से शराब बनायी गयी थी. जिसे कोलकाता की इथनॉल कंपनी से सैनेटाइजर के नाम पर मंगाया गया था.
यह भी पढ़ें:Siwan Hooch Tragedy : सिवान में मरने वालों की संख्या हुई 7, कई गंभीर.. 12 गिरफ्तार
मुख्य आरोपी संदीप सहित 16 लोग गिरफ्तार:ADG ने आगे बताया कि इस कांड के मुख्य अभियुक्त संदीप चौहान के साथ अब तक 16 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. संदीप और उसका भाई अपने साथियों के साथ मिलकर शराब का निर्माण किया था. उसने शराब बनाने के लिए कोलकाता की इथनॉल कंपनी से सैनेटाइजर के नाम पर स्प्रिट मंगाया था. इसी स्प्रिट से शराब बनायी गयी. उन्होंने बताया कि 18 जनवरी को स्प्रिट कोलकाता से मुजफ्फरपुर मंगवाया गया. मामले में ट्रांसपोर्टर को भी गिरफ्तार कर लिया गया है.
'मृतकों का पोस्टमार्टम के बाद स्पष्ट होगा मामला': ADG ने बताया कि इस मामले में गिरफ्तार कई अभियुक्तों का पूर्व में भी आपराधिक रिकॉड रहा है. मृतकों का पोस्मार्टम करवाया जा रहा है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही असली वजह सामने आएगी. उन्होंने कहा कि DIG घटनास्थल पर कैंप कर मामले की जांच कर रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि इस कांड की तह तक जाने के लिए बिहार पुलिस की टीम कोलकाता भी जायेगी. जरूरत पड़ने पर दूसरे राज्यों में भी पुलिस जाएगी.
प्रशासन ने की सिर्फ चार मौत की पुष्टि:सिवान जहरीली शराबकांड में सात लोगों की मौत की सूचना है. हालांकि, प्रशासन ने अब तक सिर्फ चार मौत की पुष्टि की है. जिसके अनुसार नरेश बिंद, जनक बिंद, राजेश रावत और धुरेंद्र मांझी का नाम शामिल हैं. जबकि शंकर मांझी, जितेंद्र मांझी, राजू मांझी, दुर्लभ रावत, सुरेंद्र रावत और मुन्ना मांझी इलाज चल रहा है. नरेश की मौत गांव में ही हो गई थी. अन्य 3 लोगों की मौत सदर अस्पताल से पटना ले जाने के क्रम में होने की पुष्टि की गयी है.
ये भी पढ़ेंःछपरा शराब कांड: अब तक 75 लोगों की गई जान, प्रशासन ने की 67 मौतों की पुष्टि
छपरा जैसा कांड फिर आया सामने:एक महीने पहले छपरा में भी जहरीली शराब पीने से 75 लोगों की मौत हो गयी थी. उस मामले में हैम्योपैथिक दवा से शराब बनाने की बात सामने आई थी. मामले की जांच के लिए राष्ट्रीय मानवाधिकार की टीम आई थी. तब यह बात खुलकर सामने आई थी कि कैसे शराब की तस्करी और खरीद-बिक्री गांव-गांव हो रही है. सरकार और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप भी खूब हुआ था. एक बार फिर सिवान में जहरीली शराब पीने से बड़ी संख्या में लोगों की मौत हुई है.
"सिवान जिले में कथित रूप से पेय पदार्थ पीने से कुछ लोगों की मौत हुई है. घटना की सूचना मिलते ही आधे घंटे में पुलिस पहुंच गयी थी. प्रभावित लोगों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. डीआईजी घटनास्थल पर कैम्प कर रहे हैं. अभी तक के अनुसंधान में 16 लोगों की मौत हुई है. मुख्य अभियुक्त संदीप चौहान और उसके भाई को गिरफ्तार कर लिया गया है. इन दोनों ने सैनेटाइजर के नाम पर इथनॉल कंपनी से स्प्रिट मंगाया था"- जितेंद्र सिंह चौहान, एडीजी