पटना:दावत-ए-इफ्तार के बाद बिहार की राजनीति में रफ्तार (New politics start in Bihar on Dawat e Iftar) देखने को मिल रही है. कांग्रेस की तरफ से आयोजित इफ्तार (Congress Iftar At Sadakat Ashram Patna) में एलजेपीआर के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान और वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी एक ही गाड़ी में सवार होकर कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे. दोनों के बीच की जुगलबंदी को देखते हुए सियासत में उथल-पुथल का दौर जारी है. माना जा रहा है कि तमाम दल 2024 की तैयारी में जुटे हैं और इफ्तार के बहाने टटोला जा रहा है कि कौन सी पार्टी का जायका आने वाले वक्त में बेहतर साबित हो सकता है.
पढ़ें- तो क्या JDU ने मान लिया.. ललन और RCP कर रहे गुटबाजी? नीतीश ही सर्वमान्य नेता
इफ्तार के बहाने राजनीति: दावत-ए-इफ्तार के दौरान बिहार में अलग अलग सियासत के रंग देखने को मिले. मुकेश सहनी और चिराग पासवान को दावत-ए-इफ्तार में भाजपा और जदयू की ओर से न्योता नहीं मिला तो जीतन राम मांझी और राजद के इफ्तार (RJD Iftar Party) में दोनों नेता पहुंचे. राजद के इफ्तार में मुकेश सहनी ने खुद तो शिरकत नहीं की लेकिन उनके पार्टी के लोगों ने हिस्सा लिया. नीतीश कुमार ने भी अपने एक्शन से सबको चौंका दिया. खासकर भाजपा सकते में आ गई.
RJD से नजदीकी, BJP से दूरी!:मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजद से दूरी को पाटते हुए दावत-ए- इफ्तार के मौके पर पैदल चलकर राबड़ी आवास पहुंचे. तेजस्वी और नीतीश कुमार के बीच रिश्तों में खूब गर्मजोशी दिखी. तेजस्वी यादव जब जदयू के इफ्तार में पहुंचे तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद तेजस्वी यादव को गाड़ी तक छोड़ने पहुंचे. नीतीश कुमार ने अपनी राजनीति से सबको चौंका दिया. खासकर भाजपा खेमे में बेचैनी छा गई. हालांकि पार्टी के नेता दावत-ए-इफ्तार के सियासी मायने से इनकार करते रहे हैं.
वीआईपी ने दिया ये तर्क: लोकसभा चुनाव से पहले इफ्तार के बहाने नए राजनीतिक समीकरण की सुगबुगाहट बढ़ गयी है. इसपर वीआईपी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने कहा है कि इफ्तार के सियासी मायने नहीं है. चिराग पासवान से मुकेश सहनी के अच्छे रिश्ते हैं. राजनीति में कोई किसी का दोस्त या दुश्मन नहीं होता है. वैसे भी राजनीति संभावनाओं का खेल है. दावत-ए- इफ्तार में जीतन राम मांझी के यहां मुकेश सहनी गए.
"जदयू से हमारी कोई दूरी नहीं है. जदयू से अगर हमारे पास निमंत्रण आता तो हमलोग जरूर जाते. जहां से आमंत्रण आया हमलोग गए लेकिन जदयू की ओर से हमें कोई निमंत्रण नहीं मिला."-देव ज्योति,राष्ट्रीय प्रवक्ता,वीआईपी