पटना: बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के बयान पर बवाल मचा हुआ है. राम चरित्र मानस को लेकर जिस प्रकार से बयान दिया है महागठबंधन में इसको लेकर नाराजगी दिख रही है. जदयू की तरफ से शिक्षा मंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल दिया गया है. आरजेडी मंत्री के बयान पर जदयू मंत्री श्रवण कुमार ने कहा हमारी बातों से किसी की भावना आहत न हो इसका ध्यान रखना जरूरी है. श्रवण कुमार ऐसे तो खुलकर बोलने से बच भी रहे हैं.
'किन परिस्थितियों में बयान दिया गया है, यह मुझे नहीं पता है. लेकिन, हमारी बातों से किसी की भावना आहत न हो इसका ध्यान रखना जरूरी है. पार्टी के प्रवक्ता और अध्यक्ष ही बता सकते हैं कि इस पर क्या स्टैंड रहेगा. हम लोग तो नीति का पालन करते हैं'- श्रवण कुमार, मंत्री
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बयान पर घमासानः जदयू का आगे क्या स्टैंड होगा इस पर श्रवण कुमार ने कहा कि यह पार्टी के प्रवक्ता और अध्यक्ष ही बता सकते हैं. हम लोग तो नीति लाते नहीं है नीति का पालन करते हैं. उपेंद्र कुशवाहा के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए श्रवण कुमार ने कहा कि जदयू हमेशा आगे है और रहेगा. उपेंद्र कुशवाहा के बयान से भी पार्टी के नेता खुश नहीं है. दूसरी तरफ आरजेडी नेताओं के बयान पर भले ही जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी विधान पार्षद और मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार और विधायक डॉक्टर संजीव ने मोर्चा खोला हो लेकिन जदयू में एक तबका अभी भी बोलने से बच रहा है.
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जदयू के लिए असहज स्थितिः महागठबंधन सरकार के 5 महीने के दौरान पहले सुधाकर सिंह के बयान से जदयू के लिए मुश्किलें खड़ी हुई थी अब शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के बयान से जदयू के लिए और असहज स्थिति बन रही है. ऐसे तो कृषि मंत्री के पद से सुधाकर सिंह को इस्तीफा देना पड़ा था, लेकिन शिक्षा मंत्री अभी भी अपने बयान पर अड़े हैं. उनके साथ आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह खड़े दिख रहे हैं. अभी तक उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी इस पर खुलकर कुछ नहीं बोला है तो वही ललन सिंह इसे आरजेडी का आंतरिक मामला बताकर पल्ला झाड़ रहे हैं. यही नहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इस पर बोलने से बचते दिखे थे. लेकिन जिस प्रकार से अशोक चौधरी और अन्य बोल रहे हैं साफ है पार्टी नेतृत्व कि कहीं न कहीं इस पर सहमति है.