पटनाःशिवदीप लांडे, पूरा नामशिवदीप वामन राव लांडे ये नाम तो सुना ही होगा. जिस आईपीएस अफसर के नाम से अपराधी आज भी थर्राते हैं, वह सुपरकॉप (IPS Shivdeep Vaman Rao Lande) बिहार लौट रहे हैं. लेकिन बिहार आने से पहले अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट कर उन्होंने अपनी कसक का इजहार किया है.
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ये वो अफसर हैं जो अपराधियों का सात समंदर पार तक पीछा नहीं छोड़ते हैं. जज्बा एक ही होता है, किसी भी तरह अपराधियों को दबोच लेने का. चाहे वो दियारा में छिपे हों या दुनिया के किसी दूसरे छोर में. पांच साल बाद शिवदीप लांडे बिहार तो लौट रहे हैं लेकिन उन्हें इसी तरह का एक मलाल रह गया.
शिवदीप लांडे ने अपनी पोस्ट में लिखा, 'महाराष्ट्र में मेरे 5 वर्षों के कार्यकाल में मैंने अनेक विषयों पर कार्य किया. साढ़े तीन साल से ज्यादा समय एंटी नारकोटिक्स विभाग (ANC) में बिताया और ये विभाग मेरे दिल के करीब रहा. फील्ड ऑपरेशन्स के अलावा इस विभाग के जरिए मुझे युवा एवं सन्मार्ग से भटके लोगों से भी जुड़कर उन्हें वापस समाज के मुख्यधारा से जोड़ने का अवसर भी मिला. एंटी नारकोटिक्स विभाग में मेरे कार्यकाल में सुलझे कुछ मुख्य ऑपरेशन्स निम्नलिखित हैं:- मेरे ANC के कार्यकाल के दौरान मैंने ड्रग्स के सप्लाई व्यवस्था को तोड़ते हुए लगभग 251 केसेस पंजीकृत किया, जिसमें 429 लोगों की गिरफ्तारी हुई और कुल 1070 करोड़ से ऊपर के ड्रग्स सीज किये गए. दुनिया भर के ड्रग्स जैसे कोकीन, हेरोइन, चरस, LSD, ECSTACY, MDMA, FENTANYL, MD, मरीजॉना, कोरेक्स, बटन्स इत्यादि इन बड़े सीजर्ज में अंकित रहे.'
पोस्ट में शिवदीप लांडे आगे लिखते हैं 'मेरे कार्यकाल में ANC द्वारा दर्ज की गयी सभी केसेस में से 98% केस कॉमर्शियल मात्रा (Possession Cases Under Commercial Quantity) के तहत दर्ज हुए. जिसमें कम से कम 20 वर्षों की कारावास की सजा है. मुंबई पुलिस ने 23 वर्षों बाद दो MD ड्रग्स की फैक्ट्री को बर्स्ट किया- एक हुबली, कर्नाटक और दूसरी पुणे, महाराष्ट्र में. जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश से चलने वाले चरस के सिंडिकेंट को ध्वस्त किया. आंध्र और ओडिशा सीमा रेखा से चलने वाले गांजा के सप्लाई चेन को पूर्णतः ध्वस्त किया'