पटना: बिहार में सिल्क को बढ़ावा देने के लिए उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन (Industry Minister Shahnawaz Hussain) और केंद्रीय रेशम बोर्ड (Central Silk Board) के सदस्य सचिव आरआर ओखण्डियार के बीच बुधवार को पटना के उद्योग भवन में अहम बैठक हुई. बैठक के दौरान भागलपुर में सिल्क सेंटर खोलने और तीन शहरों जिसमें पटना, भागलपुर व गया में सिल्क एक्पो लगाने को लेकर चर्चा हुई. वहीं, बिहार में सिल्क के कच्चे माल के उत्पादन को बढ़ावा देने समेत अन्य कई महत्वपूर्ण योजनाओं पर विस्तार से बात हुई.
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केंद्रीय रेशम बोर्ड के अधिकारियों के साथ बैठक के बाद उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने कहा कि सिल्क बिहार की पहचान है. सिल्क सिटी भागलपुर को वाराणसी की तर्ज विकसित करने की पूरी संभावना है, इसलिए उनका विभाग नए प्रयासों में जुटा है. उन्होंने कहा कि सिल्क सिटी भागलपुर और राज्य में सिल्क उद्योग को बढ़ावा देने के लिए वह पूरी कोशिश करेंगे.
उन्होंने कहा कि केंद्रीय रेशम बोर्ड की मदद से भागलपुर में सिल्क सेंटर खुलेगा तो कई शहरों में सिल्क एक्स्पो लगाने की भी तैयारी है. जिससे बिहार में तैयार सभी तरह के सिल्क उत्पादों को प्रदर्शित और प्रोत्साहित किया जाएगा. हम भागलपुर में सही जगह की तलाश कर रहे हैं, जहां सिल्क सेंटर खोला जा सकता है. मलबरी, तसर और अंडी रेशम के विकास के लिए समयबद्ध योजनाओं का क्रियान्वयन हो इसकी भी तैयारी की जा रही. प्रस्तावित सिल्क समग्र-2 योजना के तहत बिहार में किसानों को मलबरी उत्पाद के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा और कोकून बैंक का संचालन दुरुस्त करने के भी प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की जाएगी.
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उद्योग मंत्री ने बताया कि कटिहार, पूर्णियां, किशनगंज में मलबरी रेशम विकास योजना को बढ़ावा देने के योजनाएं बनी हैं. बांका, नवादा में तसर रेशम विकास के लिए योजनाएं हैं. मुजफ्फरपुर, भागलपुर में अंडी रेशम विकास के लिए भी प्लान तैयार है. उद्योग क्षेत्र में बिहार तेजी से आगे बढ़ रहा है, लेकिन नए उद्योगों की स्थापना के बीच उनकी चिंता बिहार के पारंपरिक उद्योगों को भी मजबूती प्रदान करने की है.