पटना:बिहार के मौसम खराब होने के बाद आकाशीय बिजली गिरने से सात जिलों के 16 लोगों की मौत हुई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने मृतकों के आश्रित को चार-चार लाख रुपये सहायता राशि के रूप में देना का ऐलान कर दिया है. मिली रही जानकारी के अनुसार वज्रपात से पूर्वी चम्पारण में चार, भोजपुर में तीन, पश्चिम चम्पारण में दो, अररिया में एक, बांका में एक, मुजफ्फरपुर में एक और सारण में एक व्यक्ति की मौत होने की पुष्टि हुई है. बता दें कि मौसम विभाग ने राज्य 18 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी (Bihar Weather Update) किया था.
यह भी पढ़ें:बिहार में 2 दिनों में आंधी और वज्रपात से 17 लोगों की मौत, आश्रितों को मिलेंगे 4-4 लाख
पूर्वी चंपारण में सबसे अधिक मौत:जिला के अलग अलग प्रखंडों में आसमानी कहर टूटा है. आसमानी बिजली के चपेट में आने से एक महिला और दो बच्चा समेत चार लोगों की मौत हो गई है. जबकि एक वृद्ध समेत चार लोग गंभीर रुप से झुलस गए हैं. मृतकों में भाई-बहन भी शामिल हैं. घटना छौड़ादानो, सुगौली और रामगढ़वा प्रखंडों में घटी है. घटना की पुष्टि करते हुए आपदा विभाग के अपर समाहर्ता अनिल कुमार ने बताया कि मृतकों के परिजन को आपदा राहत कोष से जल्द हीं मुआवजा राशि दी जाएगी.
भोजपुर में आसमान से टूटा कहर: वहीं भोजपुर जिले में तीन लोगों की मौत वज्रपात के चपेट में आने से हुई है. जानकारी के अनुसार नगर थाना क्षेत्र के अहिरपुरवा में दो लोग की मौत वज्रपात से हुई है. इसके अलावा एक और मौत की सूचना है. वहीं आपदा विभाग ने पश्चिम चम्पारण में 2, अररिया में 1, बांका में 1, मुजफ्फरपुर में 1 एवं सारण में 01 व्यक्ति की मौत होने की पुष्टि की है. मुख्यमंत्री ने लोगों से खराब मौसम में पूरी सतर्कता बरतने की अपील की है. आपदा विभाग ने भी वज्रपात से बचने के लिए सुझाव जारी किया है.
मौसम विभाग का ऑरेंज अलर्ट:मौसम विभाग ने बिहार के 18 जिलों में ऑरेंज अलर्ट (Orange Alert For Many Districts Of Bihar) जारी किया है. साथ ही लोगों को सलाह दी है कि घर में ही रहे हैं. तेज बारिश के समय पक्के मकान में छिप जाएं. पेड़ और खाली स्थान से दूर रहें. गौरतलब है कि बिहार में मॉनसून शुरू (Monsoon Active in Bihar) होने के बाद से ही मौसम विभाग लगातार भारी बारिश और तेज हवा के साथ वज्रपात की चेतावनी दे रहा है. विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार मॉनसून 28 जून तक जोर पकड़ सकता है.
बिजली गिरने पर क्या करेंः सिर के बाल खड़े हो जाएं या झुनझुनी होने लगे तो फौरन नीचे बैठकर कान बंद कर लें. यह इस बात का संकेत है कि आपके आस-पास बिजली गिरने वाली है. दोनों पैरों को आपस में सटा लें, दोनों हाथों को घुटनों पर रख कर अपने सिर को जमीन की तरफ जितना संभव हो झुका लें. सिर को जमीन से सटने न दें. जमीन पर कभी न लेटें. पेड़ बिजली को आकर्षित करते हैं, इसलिए पेड़ के नीचे खड़े न हों. समूह में न खड़े रहें, अलग-अलग हो जाएं. जहां हैं, वहीं रहें. हो सके तो पैरों के नीचे सूखी चीजें जैसे-लकड़ी, प्लास्टिक, बोरा या सूखे पत्ते रख लें. घर से बाहर हैं तो धातु से बनी वस्तुओं का इस्तेमाल न करें. बाइक, बिजली के पोल या मशीन से दूर रहें. बिजली से चलने वाले उपकरणों से दूर रहें. खिड़कियों, दरवाजे, बरामदे और छत से दूर रहें.