पटना:एलजेपी में मचा भूचाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. चिराग पासवान ने मंगलवार को अपने चाचा पशुपति कुमार पारसको लिखी एक चिट्ठी सोशल मीडिया में उजागर किया था , जिसमें ये खुलासा किया था कि उनके चचेरे सांसद भाई को कविता (काल्पनिक नाम) नाम की महिला यौन शोषण के नाम पर ब्लैकमेल कर रही थी.
चिराग पासवान के इस लेटर को साझा करने के बाद कविता ने भी मोर्चा खोल दिया है.और उनका नाम सार्वजनिक करने पर चिराग से माफी मांगने को कह रही हैं.
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'चिराग पासवान मांगे मांफी'
ईटीवी भारत से खास बातचीत में कविता ने कहा कि चिराग पासवान को सबके सामने मुझसे मांफी मांगनी चाहिए. कविता का कहना है कि वो मीडिया में नहीं आना चाहती थी पर चिराग पासवान के द्वारा जारी लेटर के बाद उन्हें मीडिया के समक्ष आने पर मजबूर होना पड़ा है. यौन उत्पीड़न के मामले में सिर्फ राजनीतिक रोटी सेंकने के इरादे से नाम उजागर करने पर कविता ने चिराग पर निशाना साधते हुए मांफी मांगने को कहा है.
कविता ने लगाए ये आरोप
- कविता (काल्पनिक नाम) ने ईटीवी भारत से टेलीफोनिक बातचीत के दौरान कहा कि कोर्ट द्वारा दिए गए निर्देशों का कनॉट प्लेस पुलिस पालन नहीं कर रही है.
- कोर्ट ने निर्देश दिया है कि एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जाए, लेकिन अब तक एफआईआर दर्ज नहीं की गई है.
- सीटिंग एमपी और एनडीए की सरकार होने के वजह से लोजपा सांसद प्रिंस राज के खिलाफ दिल्ली पुलिस एफआईआर नहीं कर रही है.
- लोजपा छोड़कर जदयू का दामन थामने के बाद प्रिंस राज के द्वारा बेबुनियाद एफआईआर मेरे खिलाफ दर्ज करवाया गया.
- जिसके बाद मेरे घर पुलिस भी पहुंची थी और घर से लैपटॉप फोन और जरूरी कागजात जब्त कर अपने साथ ले गई.
- प्रिंस राज इस पूरे मामले में मेरे से खुले मंच पर बात करें, मैं तैयार हूं.
- मैं लिगल तरीके से अपनी लड़ाई लड़ रही थी. मेरा नाम कभी लोगों के सामने नहीं आता. लेकिन चिराग पासवान ने मेरे नाम का लेटर जारी कर दिया.
- चिराग पासवान ने 4-6 पन्नों का लेटर जारी किया. उनमें से एक पत्र में मेरा नाम था. जिसमें मुझे ब्लैकमेलर बताया गया.
- चिराग पासवान को मैंने पहले ही अपने ऊपर हो रहे अत्याचारों की जानकारी दे दी थी.
- उन्होंने मुझे मामले को सुलझाने का आश्वसन दिया था.
- मैंने प्रिंस राज के पास से मेरा वीडियो डिलीट कराने को कहा था.
- मैंने कई बार चिराग पासवान को फोन किया, लेकिन कोई रिस्पॉस नहीं आया.
- फिर मैंने लोजपा छोड़ जदयू ज्यॉइन कर लिया.
- पार्टी बदलते ही मेरे खिलाफ केस कर दिया गया.
- हनीट्रैप का आरोप लगाया गया लेकिन सबूत क्या है.
- मैं प्रिंस राज और चिराग पासवान से खुले मंच पर बहस करने को तैयार हूं.
- पैसे कब दिये, सबूत पेश करें और मुझे जेल भेजे.
- चिराग पासवान ने पहले कहा था कि मामले को सुलझा रहे हैं. लेकिन बाद में उन्होंने इस पूरे मामले में मेरा नाम घसीटना शुरू कर दिया.
- पार्टी और परिवार की राजनीति के कारण मेरा नाम दुनिया के सामने आया.
- चिराग पासवान को मुझसे माफी मांगनी चाहिए.
'मेरा प्रिंस ने यौन शोषण किया'
एलजेपी में सदस्य रहीं कविता(काल्पनिक नाम) ने खुलासा किया कि उनका प्रिंस राज ने यौन शोषण किया. उन्होंने कहा मैं मीडिया में नहीं आना चाहती थी मैं अपनी लड़ाई अकेले लड़ना चाहती थी. लेकिन चिराग पासवान ने लेटर में मेरा नाम साझा करके मुझे सबके सामने आने पर मजबूर कर दिया है.
कविता ने बताया कि दिसंबर 2019 में मेरी मुलाकात संसद में पहली बार सांसद चिराग पासवान से हुई. संसद में मैं बतौर विजिटर जाया करती थी. उसके बाद प्रिंस राज से मेरी मुलाकात 28 जनवरी 2020 को हुई थी. चूंकि मैं पार्टी कार्यकर्ता थी इसलिए मेरा प्रिंस से मिलना जुलना था.
'अगर मुझे पैसे दिए हैं तो सबूत दें'
कविता ने कहा कि अगर प्रिंस राज ने मुझे पैसे दिए हैं तो उसका प्रूफ हमें दें. उन्होंने कहा है कि चिराग पासवान पूरे मामले में उनका जिक्र करके ड्रामा कर रहे हैं. दरअसल चिराग ने मंगलवार को एक चिट्ठी जारी की थी.
इस चिट्ठी में लिखा है कि कुछ दिन पहले कविता नाम की एक महिला जो पार्टी से जुड़ी थी वह प्रिंस पर यौन शोषण का आरोप लगाकर ब्लैकमेल कर रही थी. परिवार का बड़ा सदस्य होने के नाते उन्होंने चाचा से इस बात का जिक्र किया लेकिन पशुपति कुमार पारस ने मामले से किनारा कर लिया.
'पूरे परिवार को मामले की जानकारी थी'
ईटीवी भारत संवाददाता से बातचीत के दौरान कविता ने कहा कि मेरे और प्रिंस राज के बारे में चिराग पासवान के पूरे परिवार को जानकारी थी. चिराग पासवान के बड़े भाई कृष राज उनको भी सब कुछ पता है.