जदयू के वरिष्ठ नेता और सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह पटना: बिहार में महागठबंधन के नेताओं की बयानबाजी से सूबे की सियासत गरम है. राजद नेता सुधाकर सिंह अपने बेबाक बयान से सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) पर लगातार हमला कर रहे हैं. वहीं शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने भी रामचरितमानस पर विवादित टिप्पणी कर आग में घी डालने का काम किया है. इस सब बातों को लेकर जेडीयू सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह (Senior JDU Leader Vashishtha Narayan Singh) का कहना है कि इन नेताओं की बयानबाजी से सरकार की इमेज पर गलत प्रभाव पड़ रहा है.
ये भी पढ़ें-सुधाकर सिंह पर बोले वशिष्ठ नारायण- 'बयानबाजी से नहीं जा रहा अच्छा मैसेज, शीर्ष नेतृत्व ले एक्शन'
'कुछ लोगों के बयान से सरकार पर कोई असर पड़ रहा है, ऐसा नहीं है. लेकिन भविष्य में बयानबाजी नहीं हो, यह अच्छा होगा. जो हजारों साल पहले से चला आ रहा है. उसमें किसी तरह की छेड़छाड़ ठीक नहीं है. इसका कोई अर्थ भी नहीं है. कुछ बयान आए हैं, उस पर कार्रवाई भी हो रही है. इससे महागठबंधन की सरकार कमजोर हुई है, ऐसा नहीं है.'- वशिष्ठ नारायण सिंह, जेडीयू सांसद
'महागठबंधन में बयानबाजी से सरकार पर कोई असर नहीं पड़ेगा" :जदयू सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह से जब पूछा गया कि क्या महागठबंधन नेताओं की बयानबाजी से सरकार की सेहत पर असर पड़ रहा है?, तो वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि कुछ लोगों के बयान से सरकार की सेहत पर असर पड़ने वाला नहीं है. रामचरितमानस को लेकर शिक्षा मंत्री के बयान पर वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा, यदि उन्होंने कुछ बोला भी है तो जदयू उनकी बातों से इतेफाक नहीं रखती है. कोई व्यक्तिगत बयान देता है, तो शिक्षा मंत्री ही क्यों न हो?, हम उससे अलग अपने को रखते हैं. उनके बयान पर कुछ कह नहीं सकते हैं.
'शिक्षा मंत्री के बयान से मेरी अलग राय है' :बीजेपी से अलग होने का बड़ा कारण बीजेपी नेताओं की बयानबाजी को बताया गया था. अब आरजेडी के नेता भी बयानबाजी कर रहे हैं, तो क्या नीतीश कुमार एक बार फिर से पाला बदल सकते हैं?. इस पर वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि सरकार तो ठीक से चल रही है. बीजेपी नेतृत्व का आपने सवाल उठाया तो आरजेडी नेतृत्व की तरफ से कोई सवाल नहीं उठ रहा है. और गठबंधन का नेतृत्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में ठीक से काम कर रहा है. और आगे भी काम करता रहेगा.
'जातीय गणना देश को एक नई दिशा देगी' :महागठबंधन सरकार के समय एक नई पहल हुई है, जातीय गणना देश को यह एक नई दिशा देगी. क्या मुख्यमंत्री की कुर्सी की कहीं लड़ाई तो नहीं है. वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि नहीं मुख्यमंत्री की कुर्सी की लड़ाई नहीं है. सीएम नीतीश कुमार तो पहले से मुख्यमंत्री थे. क्या आरजेडी की तरफ से दबाव बनाया जा रहा है?. वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि नहीं मैं ऐसा नहीं मानता हूं सबकी सहमति से ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार काम कर रहे हैं. आरजेडी नेताओं की तरफ से क्यों बयानबाजी हो रही है?. इस पर वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि कतिपय बयानों का बहुत मतलब नहीं है.
'सरकार मजबूती से चलेगी' :बिहार में भविष्य में कोई बड़ा उलटफेर हो सकता है. इस सवाल पर वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि भविष्य का सवाल है तो भविष्य पर ही छोड़िए?. बिहार में सरकार बनने के बाद से अब तक दो मंत्रियों का इस्तीफा हो चुका है. सुधाकर सिंह को कृषि मंत्री पद से अपने बयानों के कारण ही इस्तीफा देना पड़ा था, अब आरजेडी नेतृत्व की तरफ से उनको नोटिस भी भेजा गया है. लेकिन अभी भी नीतीश कुमार के खिलाफ बयान देना उन्होंने बंद नहीं किया है.
'सरकार की सेहत पर फिलहाल असर नहीं पड़ेगा' :बिहारशिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के रामचरितमानस को लेकर जिस प्रकार से बयान दिए हैं, उस पर भी जदयू की नाराजगी दूर नहीं हुई है और लगातार दोनों तरफ के नेताओं की बयानबाजी अब अधिक होने लगी है. वहीं, जदयू के पूर्व विधान पार्षद गुलाम रसूल बलियावी ने भी उन्मादी बयान दिया है. इसको लेकर जदयू के वरिष्ठ नेता वशिष्ठ नारायण सिंह का कहना है कि सरकार की सेहत पर फिलहाल असर नहीं पड़ेगा.
सुधाकर सिंह के बयान पर मचा है घमासान :गौरतलब है कि बिहार के आरा में महाराणा प्रताप की पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित शौर्य दिवस कार्यक्रम के दौरान पूर्व कृषि मंत्री और राजद के कद्दावर नेता सुधाकर सिंह पहुंचे थे. जहां आयोजित कार्यक्रम के मंच से सुधाकर सिंह ने आम जनता को संबोधित किया था. इस दौरान मंच से लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने एक बार फिर किसानों की हालत और कृषि समस्याओं पर चिंता जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला.