पटना: 67वीं बीपीएससी परीक्षा पेपर लीक (67th BPSC Paper Leak) मामले को लेकर सोमवार को बीपीएससी कार्यालय की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. एआरबी के जवानों के साथ साथ अतिरिक्त बलों को बीपीएससी कार्यालय परिसर और उसके आसपास तैनात किया गया है. वहीं इस पूरे मामले की जांच करने के लिए बीपीएससी ने सभी जिले के अधिकारियों को बीपीएससी कार्यालय बुलाया था. मामले को लेकर बीपीएससी के सचिव जियुत सिंह ने प्रेस ब्रीफिंग कर कहा कि सी सेट का क्वेश्चन पेपर वायरल हुआ था. इसकी जांच पुलिस को सौंपी जा चुकी है.
पढ़ें- बीपीएससी पेपर लीक पर भड़के मुकेश सहनी, कहा, 'कब तक छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करेगी सरकार'
बीपीएससी के सचिव ने दी ये जानकारी:बीपीएससी सचिव जियुत सिंह ने कहा किजांच रिपोर्ट आने के बाद परीक्षा को लेकर बोर्ड की बैठक बुलाई जाएगी और परीक्षा की डेट निर्धारित की जाएगी. जियुत सिंह ने कहा सिर्फ आरा के सेंटर वीर कुंवर सिंह महाविद्यालय से परीक्षा में गड़बड़ी की शिकायत प्राप्त हुई है. पुलिस प्रशासन की टीम जांच कर रही है और जांच रिपोर्ट आने के बाद रिपोर्ट से मीडिया को भी अवगत कराया जाएगा. जो प्रारंभिक परीक्षा हुई थी उसे रद्द कर दिया गया है. आज 20 जिलों के एडीएम बीपीएसी कार्यालय पटना आए थे. हमलोग साइबर सेल को पूरा सहयोग कर रहे हैं. जांच भी बहुत लम्बी नहीं चलेगी. परीक्षा की नई तारीख पर अभी निर्णय नहीं हुआ है. लेकिन परीक्षा जल्द ली जाएगी. जानकारी के मुताबिक सेंटर से ही पेपर लीक हुआ है.
BPSC कार्यालय पहुंचे अधिकारी: रविवार को बिहार में आयोजित हुए बीपीएससी परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक (BPSC PT Paper Leak ) मामले की जांच के लिए एक-एक कर अन्य जिलों से अधिकारी बीपीएससी कार्यालय पहुंचे हैं. दरअसल बीपीएससी बिहार के अन्य जिलों से बुलाए गए अधिकारियों के साथ बैठक कर इस प्रश्नपत्र के लीक होने पर मंथन करेगा कि आखिर किन लूप होल के कारण इस अतिमत्वपूर्ण परीक्षा का प्रश्नपत्र परीक्षा से ठीक एक घंटे पहले ही लीक हो गया था.
EOU कर रही मामले की जांच:दरअसल बीपीएससी 67 वीं परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक मामले को लेकर बीपीएससी में 3 सदस्य कमेटी की अनुशंसा पर बीपीएससी 67 पीटी परीक्षा को रद्द कर दिया गया है. . इसके साथ ही बीपीएससी की अनुशंसा पर डीजीपी एसके सिंघल (DGP SK Singhal) ने आर्थिक अपराध इकाई (EOU) के डीजी नैयर हसनैन खान के अगुवाई में विशेष जांच दल का गठन कर दिया है. वहीं डीजीपी के आदेश मिलते ही ईओयू ने केस में जांच शुरू कर दी है और इसी कड़ी में सोमवार को पटना बीपीएससी कार्यालय परिसर और उसके बाहर सुरक्षा के दृष्टिकोण से पटना पुलिस के उच्च अधिकारियों ने अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी. किसी प्रकार के हंगामा प्रदर्शन से निपटने की पुलिस ने पूरी तैयारी कर रखी है.