पटना:बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में जदयू के लिए सीटिंग सीट को बता बचाना एक बड़ी चुनौती होगी. 3 नवंबर को दूसरे चरण का मतदान है. दूसरे चरण में जदयू ने 43 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं और इसमें 19 नए चेहरे हैं. जदयू के दो मंत्रियों के भाग्य का फैसला भी होना है. इधर, लोजपा के कारण भी जेडीयू की मुश्किलें बढ़ी हुई है. इसके अलावे कई बागी भी निर्दिलिय तौर पर चुनावी मैदान में सामने हैं.
43 सीट में से 30 जदयू खाते में
बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में जदयू ने अपने 115 सीटों में से 43 सीट पर उम्मीदवार उतारा है. पहले चरण में जदयू ने 35 सीटों पर उम्मीदवार उतारा था. दूसरे फेज में जिन सीटों पर चुनाव हो रहा है, उसमें से 30 सीटिंग सीट जदयू के पास है. इसमें नालंदा, राजगीर, हरनौत, इस्लामपुर, अस्थमा, नाथनगर, मटिहानी, तेघड़ा, चेरिया, बरियारपुर, हसनपुर, बिभूतिपुर, वैशाली, महनार, महाराजगंज, कुचायकोट, हथुआ, जीरादेई, बड़हरिया, एकमा, शिवहर, बेलसंड, फुलपरास, कुशेश्वरस्थान, बेनीपुर, हायाघाट और फुलवारी शरीफ विधानसभा सीट शामिल हैं.
19 नए चेहरे को टिकट
जदयू ने 43 उम्मीदवारों में से 19 सीट पर नया चेहरे पर दांव लगाया है. इसमें केसरिया से पूर्व सांसद कमल मिश्रा मधुकर की पुत्री शालिनी मिश्रा जो हाल ही में पार्टी में शामिल हुई थी. उन्हें भी मौका दिया गया है. इसके अलावा राजगीर से कौशल कुमार, हिलसा से कृष्ण मुरारी शरण, रूनीसैदपुर से पंकज मिश्रा फुलपरास से शीला मंडल, बेनीपुर से अजय चौधरी, कांटी से मोहम्मद जमाल, भोरे से सुनील कुमार, जीरादेई से कमला कुशवाहा, रघुनाथपुर से राजेश्वर चौहान, एकमा से बाहुबली धूमल सिंह की पत्नी सीता देवी, मांझी से माधवी सिंह, मढ़ौरा से आफताफ़ राजू, वैशाली से सिद्धार्थ पटेल, राजापाकर से महेंद्र राम , साहेबपुर कमाल से शशीकांत कुमार, अलौली से साधना सदा और परबत्ता से संजीव कुमार सिंह पहली बार विधानसभा चुनाव में भाग्य आजमाएंगे.