पटना: बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं, और महागठबंधन के 6 घटक दल. इनके बीच सीट शेयरिंग को लेकर सहमति बनने के आसार नहीं दिख रहे हैं. जदयू 17 सीटों से कम पर लड़ने को तैयार नहीं है. कांग्रेस और राजद के रवैया से नाराज जदयू ने एक तरफ ऐलान कर दिया है. इससे पहले पार्टी की ओर से सीतामढ़ी लोकसभा सीट को लेकर प्रत्याशी का ऐलान कर दिया गया था. देवेश चंद्र ठाकुर के लिए उम्मीदवारी तय कर दी गई थी.
राजद के कोटे से कांग्रेस और वामदल को सीटः इंडिया गठबंधन के नेताओं ने दिल्ली में सीट शेयरिंग को लेकर बैठक की. कांग्रेस के दिग्गज नेता और राष्ट्रीय जनता दल की ओर से मनोज झा बैठक में शामिल हुए, लेकिन जदयू की ओर से कोई प्रतिनिधि बैठक में शामिल नहीं हुआ. बता दें कि जदयू और राजद 20-20 सीटों का बंटवारा चाहता है. जदयू का मानना है कि राष्ट्रीय जनता दल अपने कोटे से कांग्रेस और वाम दलों को सीटे दे. अगर मुकेश साहनी महागठबंधन में आते हैं तो उनके लिए जदयू अपने कोटे से सीट छोड़ेगा.
जदयू ने 17 सीट पर वाजिब हक बतायाः बिहार में जदयू ड्राइविंग सीट पर रहना चाहता है, क्योंकि पार्टी के 16 सांसद हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में पार्टी ने 17 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे. राष्ट्रीय जनता दल के पास एक भी लोकसभा सीट नहीं है. कांग्रेस के खाते में एक लोकसभा सीट है. इस लिहाज से कांग्रेस 10 सीटों पर अपना दावा ठोक रही है. जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि हम पिछले लोकसभा चुनाव में 17 सीटों पर लड़े थे और इस बार भी कम से कम 17 सीटों पर लड़ेंगे यह मेरा वाजिब दावा है.
राजद 40 सीटों पर कर रहा तैयारीः कांग्रेस पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने कहा है कि इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर बातचीत अंतिम दौर में है. बड़े नेता जल्द ही बैठेंगे और सीट शेयरिंग के मसले को सुलझा लिया जाएगा. राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा है कि हम सभी 40 सीटों पर तैयारी कर रहे हैं. महागठबंधन के प्रत्याशी सभी सीटों पर जीत हासिल करेंगे. शक्ति यादव ने इस सवाल को टाल दिया कि राष्ट्रीय जनता दल कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगा.