बाढ़: कोरोना वायरस पर लगाम लगाने के लिए प्रदेश के सीएम ने पूरे बिहार में लॉक डाउन का आदेश जारी किया है. लॉक डाउन का बिहार में मिलाजुला असर देखने को मिल रहा है. लॉक डाउन को सफल बनाने के लिए जिला प्रशासन ने पूरी तरह से कमर कस ली है. इसको लेकर बाढ़ अनुमंडल अधिकारी सुमित कुमार ने खुद से मोर्चा संभाला और पूरे अनुमंडल में घूम-घूमकर शहर को दुकानों को बंद कराते नजर आए.
मौके पर अनुमंडल अधिकारी ने कहा कि कोरोना का वायरस काफी भयावह है. सरकार इस वायरस को नियंत्रण में करने के लिए लगातार प्रयासरत है. वायरस के फैलाव को रोकने के लिए सरकार ने मजबूरी में एहतियात के तौर पर लॉक डाउन का निर्णय लिया है. उन्होंने लोगों से खुद की सुरक्षा के लिए लॉक डाउन का पालन करें.
'आवश्यक सेवाओं को छूट'
एसडीएम सुमित कुमार ने कहा कि लॉक डाउन को सफल बनाने के लिए जिला प्रशासन सजग है. बेवजह बाहर निकलने वाले लोगों को समझाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि बिहार सरकार के निर्देशानुसार पूरे बिहार को 31 मार्च तक लॉक डाउन घोषित किया गया है. लॉक डाउन के दौरान शहर की सभी दुकानों को बंद रखने का आदेश जारी किया गया है. हालांकि, आवश्यक सेवाएं जिसमें खाद्यान्न, फल, सब्जी, दूध, एटीएम, बैंकिंग की सेवाएं को चालू रखा गया है. एसडीएम सुमित कुमार ने बताया कि लॉक डाउन को लोगों की भलाई के लिए लागू किया है. कोरोना वायरस एक फैलने वाली बीमारी है. एक बार नियंत्रण से बाहर हो जाने पर इसे फैलने से कोई नहीं रोक सकता.
भारत में तेजी से फैल रहा कोरोना
गौरतलब है कि पूरे देश में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर लगभग 400 के पार पहुंच चुकी है. जिसमें 350 से अधिक कोरोना पॉजिटिव मामले की पुष्टी हो चुकी है. यह वायरस भारत समेत पूरे देश में तेजी से फैल रहा है. कोरोना की चपेट में आने से देश में 7 लोगों से अधिक ने अपनी जान गंवा चुके हैं. बिहार में 3 कोरोना मामले की पुष्टी हो चुकी है. वहीं, बिहार में 1 मरीज की मौत भी हो चुकी है.