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लॉकडाउन में जैसे-तैसे गुजर रही है मूर्तिकारों की जिंदगी, गणेश पूजा से बंधी है आस

पटना के बेली रोड में आकर मूर्ति बनाने वाले राजस्थान के मूर्तिकार लॉकडान में परेशान हैं. लेकिन अगले महीने होने वाली गणेश पूजा के लिए मूर्ति बनाने में दिन रात जुटे हैं, इस उम्मीद पर कि शायद कुछ बिक्री हो जाएगी.

मूर्तिकार
मूर्तिकार

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Published : Jul 23, 2020, 10:48 AM IST

पटनाःकोरोना संक्रमण के कारण पूरे देश में लोग काफी परेशान हैं. कई लोगों के रोजगार छिन गए तो कई लोग घर से बेघर हो गए. राजधानी पटना में इन दिनों बाहर से आकर मूर्तियां बनाने वाले मूर्तिकार काफी परेशान हैं.

हर साल राजस्थान से आते हैं कलाकार
बेली रोड स्थित तरह-तरह की मूर्तियां और घर को सजाने वाले सामानों को आपने अक्सर आते जाते देखा होगा. इन समानों को बनाने वाले कलाकार पटना में हर साल राजस्थान से आते हैं. जो कि प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तियां भी बनाते हैं. अपने हाथ की कलाकारी से की हुई कमाई यह सालों भर खाते हैं. कई सौ किलोमीटर दूर राजस्थान से आकर ये लोग बिहार में दो-तीन महीने रहते हैं. लेकिन इस कोरोना संक्रमण काल में इनके समानों की बिक्री भी बंद है. जिससे ये लोग काफी परेशान हैं.

मूर्ती बनाती मूर्तिकार

गणेश पूजा से बंधी है मूर्तिकारों की उम्मीद
इन मूर्तिकारों की आस अब अगले महीने होने वाली गणेश पूजा से बंधी है. जिसको लेकर यह मूर्ति कलाकार अभी से ही गणेश जी की हर तरह की छोटी बड़ी मूर्तियों को बनाने में लगे हुए हैं. लेकिन कहीं ना कहीं इन्हें यह चिंता जरूर सता रही है कि मूर्तियां बिकेगी या नहीं. हर साल इसी दो-तीन महीने की कमाई से इनका सालों भर का जीवन यापन चलता था. लेकिन इस साल ये भगवान भरोसे ही हैं?

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

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जैसे-तैसे चल रही जिंदगी
राजस्थान की मूर्ति कलाकार बबीता डाबरिया ने बताया कि जैसे-तैसे जीवन यापन चल रहा है और इस साल तो हम लोग कर्ज में डूब गए हैं. किसी तरह खाना-पीना चल रहा है. इसी दो-तीन महीने की कमाई से हम लोग अपना राजस्थान में सालों भर का जीवन यापन कर लेते थे. लेकिन इस बार क्या होगा, यह चिंता हमेशा मन में लगी रहती है. वहीं, मूर्तिकार मुन्ना डाबरिया ने बताया कि किसी तरह कमा खाकर जीवन यापन कर रहे हैं. हम लोग सब परिवार दिन भर इसी काम में लगे रहते हैं. इस उम्मीद में कि कोई तो आएगा खरीददार और हमारी मूर्तियों को ले जाएगा.

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