पटना: लॉकडाउन की वजह से स्कूली छात्रों की पढ़ाई बाधित हो रही थी. इसके मद्देनजर शिक्षा विभाग ने कक्षा 1 से 12 तक की किताबों को बच्चों के लिए ऑनलाइन उपलब्ध करा दी थी. छात्रों को डीडी बिहार के जरिए पढ़ाया भी जा रहा है. अब अगले महीने इनके हाथ में किताब देने की तैयारी है.
चल रही है किताबों की छपाई
प्राथमिक शिक्षा निदेशक डॉ. रणजीत कुमार सिंह ने बताया कि ग्रामीण इलाकों के बच्चों के लिए करीब दो करोड़ किताबें छप चुकी हैं. बाकी किताबों की छपाई चल रही है. जून महीने से सभी क्लास के बच्चों को किताबें पहुंचाने की तैयारी जोरों पर है. ताकि उनकी पढ़ाई पर कोरोना का असर ना पड़े.
बुक फेयर लगाकर दी जाएंगी किताबें
डॉ. रणजीत कुमार सिंह ने बताया कि जून महीने में बच्चों को बुक फेयर लगाकर पाठ्यक्रम की किताबें देने की तैयारी चल रही है. उन्होंने कहा कि इस बार बाजार के भरोसे किताब पहुंचाने के बजाय स्कूल स्तर पर बुक फेयर लगाकर बच्चों तक किताबें पहुंचाई जाएगी. 600 करोड़ की लागत से छप रही इन किताबों को बच्चों तक पहुंचाने में शिक्षक अहम भूमिका निभाएंगे.
बच्चे स्मार्टफोन से कर सकेंगे पढाई
बतां कि इसके पहले शिक्षा विभाग ने डीडी बिहार के जरिए कक्षा 6 से 12 तक की पढ़ाई शुरू कराई थी. बहुत जल्द विभाग एक ऐप भी लांच करने वाला है. जिसके जरिए बच्चे स्मार्टफोन से घर बैठे पढ़ाई कर सकेंगे. हालांकि स्कूल कब खुलेगा इसका फैसला अभी नहीं हुआ है.