पटना में शराबबंदी थीम पर सरस्वती पूजा पटनाः बिहार की राजधानी पटना में सरस्वती पूजा (Saraswati Puja in Patna) को लेकर तैयारी जोर-शोर से हो रही है. इस बार भी पूजा समितियां अलग-अलग थीम पर सरस्वती पूजा पंडाल की सजावट कर रही है. मीठापुर, यारपुर, बीडी कॉलेज के पास न्यू स्टार क्लब की ओर से इस बार शराबबंदी कानून की झांकी प्रदर्शित की जाएगी. इसकी तैयारी भी लगभग पूरी हो गई है. शराबबंदी की थीम के साथ ही मां सरस्वती की प्रतिमा इस तरह से बनवाई गई है कि वह खुद बच्चों को शिक्षा देती नजर आ रही हैं.
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शराब के नुकसान को दिखाया जाएगाः2016 बिहार राज्य में पूर्ण रूप से शराबबंदी कानून लागू है. इसके बावजूद बिहार में शराब माफिया शराब लाकर बेचते हैं. शराब का सेवन करने वाले लोग दोगुने दाम में भी शराब लेकर पीते हैं और जहरीली शराब पीने से कई लोग जान भी गवां चुके हैं. इसके बावजूद भी बिहार में शराब मिल रहा है. इसलिए लोगों को जागरूक करने के प्रयास से सरस्वती पूजा पर शराबबंदी की थीम रखी गई है.
झांकी का मकसद शिक्षा का अलख जगानाः माता के प्रतिमा के साथ शिक्षा का अलख जगाने की भी झांकी के माध्यम से कोशिश की गई है. मां सरस्वती को शिक्षिका के रूप में दिखाया जाएगा. इसके अलाव पूजा पंडाल में शराबबंदी की झलक दिखाने का मकसद लोगों को बिहार में लागू शराबबंदी कानून से अवगत कराना है. साथ ही यह भी दिखाने की कोशिश की जाएगी कि शराबबंदी कानून लागू होने के बावजूद भी लोग शराब पीते हैं और जहरीली शराब से लोगों की मौत भी होती है. ऐसे में लोग शराबबंदी कानून का पालन करें और शराब का सेवन नहीं करें.
क्या खास है झांकी में: मां सरस्वती की प्रतिमा के साथ-साथ शराबबंदी की झांकी दिखाने के लिए इसके फायदे और नुकसान दोनों को दिखाया गया है. न्यू स्टार क्लब के सदस्य राजू कुमार ने बताया कि झांकी में दिखाया गया है कि एक शख्स शराब पीकर गिरा पड़ा है. वहीं दूसरे दृश्य में शराबी के परिजन पुलिस को हाथ जोड़कर माफी मांगते और शराबी को छुड़ाने का प्रयास और गुहार लगाते दिखाया गया है. झांकी में तीन भाग हैं. पहले में शराबबंदी के बावजूद शराब पीते लोग, दूसरे में शराबी को गिरफ्तार करती पुलिस और आखिरी हिस्से में पुलिस से गुहार लगाते परिजन दिखेंगे.
बच्चों को खुद पढ़ाती दिखेगी माता सरस्वतीः इस साल सरस्वती पूजा 26 जनवरी को मनाई जाएगी. माता सरस्वती को विद्या देने वाली मां कहा जाता है. इसलिए मां सरस्वती की पूजा विशेष रूप से छात्रों के द्वारा की जाती है.इसलिए न्यू स्टार क्लब के द्वारा शिक्षा का अलख जगाने के लिए भी मूर्ति बनाई गई है जिसमें मां सरस्वती खुद अपने हाथों में किताब लिए छोटे-छोटे बच्चों को पढ़ा रही है. न्यू स्टार क्लब के सदस्य राजू कुमार ने बताया कि इस बार शराबबंदी कानून पर आधारित थीम पर झांकी सजाई गई है.
"हमलोग दिखाना चाह रहे हैं कि बिहार में शिक्षा बढ़िया तरीके चल रही है. इसके साथ ही शराबबंदी को लेकर बिहार की स्थिति दिखाने की कोशिश करेंगे. इससे लोगों में यह संदेश जाए कि शराबबंदी बहुत लाभदायक है और हमलोग का मकसद है कि लोग इसे देखकर यह सीखें कि शराब पीना कितना नुकसानदेह है"- राजू कुमार, न्यू स्टार क्लब के सदस्य