पटना: बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने लालू प्रसाद के उस बयान पर निशाना साधा है जिसमें उन्होंने ईडी और सीबीआई की कार्रवाई को बदले की कार्रवाई कहा था. लालू यादव ने अपने बयान में कहा था कि ''ये कार्रवाई आधारहीन और प्रतिशोधात्मकर है. मेरी बेटियों और छोटे-छोटे नातियों और तेजस्वी यादव की गर्भवती पत्नी को ईडी ने कई घंटे बैठाकर रखा था. क्या बीजेपी इतने निम्न स्तर पर उतरकर हमसे राजनीतिक लड़ाई लड़ेगी?''
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'अपने कुकर्मों की सजा यहीं भुगतनी है': बीजेपी के सांसद और प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने पलटवार करते हुए इसे 'अपने कुकर्मों की सजा भुगतना' बताया है. संजय जायसवाल ने लिखा कि स्वर्ग और नर्क कहीं और नहीं यहीं है. हर मनुष्य को अपने कुकर्मों की सजा इसी जीवन में भुगतनी पड़ती है. लालू परिवार इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है.''
'नौकरी के बदले जमीन लेने की जरूरत क्या थी..': सजंय जायसवाल ने आरोप लगाया कि ''जेल से आने के बाद आप सांसद बनकर रेल मंत्री बने जब आपके पास इतने ज्यादा पैसा घोटाले के हो ही गए थे तो फइर गरीबों को नौकरी देकर उनकी जमीन हम सभी के नाम पर लिखने की जरूरत क्या थी. आज जो कुछ भी हो रहा है कुकर्म के कारण सभी पर जेल जाने का खतरा मंडरा रहा है. लालू परिवार की स्थिति हर उस व्यक्ति के लिए सबक है. जो भ्रष्टाचार के पैसों से अपने परिवार की खुशी खरीदता है. हर किसी को अपने कर्मों का हिसाब यहीं देकर जाना है.''
कब कब हुई छापेमारी: बता दें कि सीबीआई और ईडी की टीम नौकरी के बदले जमीन घोटाले में पूछताछ कर रही है. 6 तारीख को राबड़ी देवी से सीबीआई ने राबड़ी आवास पर 4 घंटे तक पूछताछ की. तो वहीं 7 मार्च को लालू यादव से सीबीआई ने पूछताछ की थी. वहीं प्रवर्तन निदेशालय ने 10 मार्च को लालू यादव के करीबियों के 15 ठिकानों पर छापेमारी की. पटना से लेकर दिल्ली तक ईडी ने धुआंधार छापेमारी की. दिल्ली में तेजस्वी यादव के बंगले पर और लालू यादव के समधी के गाजियाबाद आवास पर भी तलाशी ली थी.