पटनाःराजधानी पटना से सटे मनेर थाना क्षेत्र के गौरिया स्थान केगंगा नदी घाट पर बीती रात आई अचानक तेज आंधी से बालू लदी नाव गंगा में डूब गई, नाव पर लगभग एक दर्जन मजदूर सवार थे. जिसमें से एक मजदूर अभी भी लापता है. घटना की जानकारी मिलने के बाद एसडीआरएफ और स्थानीय पुलिस टीम मौके पर पहुंची और शव की तलाश में जुट गई.
ये भी पढे़ंःपटना में नाव हादसा: 14 लोगों को लेकर जा रही नाव गंगा नदी में डूबी, सात लापता
गंगा नदी में बालू लदी नाव पलटीः मिली जानकारी के अनुसार बीती रात आई तेज आंधी के कारण यह हादसा बताया जा रहा है, जहां नाव पर बालू लोड करके सभी मजदूर वापस लौट रहे थे. तभी मनेर के गौरैया स्थान के पास तेज आंधी और बारिश के कारण नाव का संतुलन बिगड़ा और पूरी नाव गंगा नदी में समा गई. मनेर थानाध्यक्ष संजय शंकर ने बताया कि घटना में एक मजदूर फिलहाल लापता है. हालांकि अन्य मजदूर तैरकर बाहर निकल गए. घटना के बाद फिलहाल एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंचकर शव की तलाश में जुट गई है.
"गौरैया स्थान के पास बीती रात बालू लोडेड नाव तेज आंधी और बारिश के कारण पलट गई , जिसमें सवार कई मजदूर तो बाहर निकल गए लेकिन एक मजदूर अभी भी लापता है, जिसकी सूचना परिजनों के द्वारा दिया गया है. शव की तलाश एसडीआरएफ की टीम कर रही है"- संजय शंकर, मनेर थानाध्यक्ष
अपने साथी के इंतजार में घाट पर बैठे मजदूर अवैध तरीके से होता है बालू खननः गौरतलब है कि पटना जिले का मनेर क्षेत्र बालू घाटों से जाना जाता है और आए दिन मनेर के तमाम बालू घाटों पर नाव हादसा देखने को मिलता है. बालू ओवरलोडिंग हो या अवैध खनन के कारण लगातार इस तरह के हादसे सामने आते रहते हैं. जिला प्रशासन की तरफ से कार्रवाई तो होती है, लेकिन बालू कारोबारी हो या बालू माफिया फिर से अपने काम में लग जाते हैं, इसका नतीजा यह है कि आए दिन मजदूरों की मौत गंगा नदी में डूबने से हो रही है.