पटना:इंडिगो के स्टेशन मैनेजर रूपेश कुमार सिंह की हत्या को 6 दिन गुजर चुके हैं. लेकिन अब तक पुलिस इस मामले में अपराधियों तक नहीं पहुंच पाई है. वहीं, इस हत्याकांड की कड़ियां जोड़ने के लिए एसआईटी रविवार को बेऊर जेल गई थी.
पुलिस रूपेश सिंह के मोबाइल की सीडीआर मिलने के बाद एसआईटी की टीम आईपीएस अधिकारियों से भी पूछताछ करने की कवायद में जुट गई है और 13 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.
बता दें कि पटना पुलिस ने रूपेश कुमार सिंह का मोबाइल फोन जांच के लिए अपने पास रखा है. उनकी पत्नी और बेटी से मोबाइल का पासवर्ड पूछ कर इसे खोला गया है. अपनी हत्या के चंद दिन पहले ही रूपेश गोवा गए थे. गोवा जाने और लौटने के क्रम में उनकी किन-किन लोगों से बातचीत हुई. पुलिस उनका पूरा ब्योरा तलाश रही है. फिलहाल इस पूरे हत्याकांड की जांच कुल 40 टीमें कर रही है, जिसमें पटना पुलिस और एसआईटी के अलावा सीआईडी और एसटीएफ की टीम को भी शामिल किया गया है.
रुपेश हत्याकांड में CCTV अहम सुराग!
बिहार की राजधानी पटना एयरपोर्ट पर तैनात इंडिगो के स्टेशन मैनेजररूपेश सिंह हत्याकांड में पुलिस को कुछ अहम सुराग हाथ लगे हैं. सूत्रों के अनुसार, सीसीटीवी कैमरे में मिले फुटेज के अनुसार अपराधियों ने एयरपोर्ट से ही रूपेश का पीछा करना शुरू कर दिया था. पूरे रास्ते अपराधी मौके की तलाश में थे. लेकिन रास्ता व्यस्त रहने से शूटरों ने हमला नहीं किया. इसके बाद जैसे ही रूपेश ने अपनी गाड़ी गली की ओर घुमायी, अपराधी सक्रिय हो गये. फिर गाड़ी के अपार्टमेंट के सामने रुकते ही शूटरों ने गोलियां दागनी शुरू कर दी. यह फुटेज पुलिस टीम के लिये तुरुप का पत्ता साबित हुआ है.
भूरी आंख वाली लड़की की तलाश
दरअसल, रूपेश के साथ अक्सर एक लड़की देखी जाती थी. वो लड़की भी पटना एयरपोर्ट से ही जुड़ी हुई बताई जा रही है. एसआईटी को जिस लड़की की तलाश है, उसकी आंखें भूरी बताई जा रही है. वो पटना एयरपोर्ट से आधा किलोमीटर दूर राजा बाजार इलाके की रहने वाली बताई जा रही है. ये लड़की रूपेश की हत्या के बाद से एयरपोर्ट कार्यालय नहीं आ रही है. इसी लड़की की तलाश एसआईटी को है.
पुलिस को रूपेश के कुसुम विलास अपार्टमेंट के आसपास लगे एक कैमरे से सात बजकर एक मिनट का फुटेज हाथ लगा है. उसमें एक बाइक पर सवार दो युवक गाड़ी को ओवरटेक कर आगे बढ़ते दिखे हैं. पुलिस को आशंका है कि यही दोनों अपराधी थे. अपराधियों ने पहले से ही रूपेश के घर के रास्ते की भी रेकी की थी. उन्हें पता था कि घटना को अंजाम देने के बाद किस ओर से फरार होना है और वे फरार होने में कामयाब भी रहे.