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तेजस्वी ने बताया बहन रोहिणी आचार्य पिता लालू यादव को क्यों दे रही हैं अपनी किडनी - डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव

रोहिणी आचार्य पिता लालू को किडनी दान करेंगी (Rohini Acharya will donate kidney to father Lalu). डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने बताया कि आखिर उनकी बहन ही क्यों डोनेट करेंगी किडनी. पढ़ें पूरी खबर..

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Published : Nov 13, 2022, 9:33 PM IST

पटना:आरजेडी चीफ लालू यादव (RJD Chief Lalu Yadav) की सिंगापुर में रहने वाली बेटी अपने पिता को एक गुर्दा (Lalu Yadav Daughter Will Donate A Kidney To Him) दान करेंगी. डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि बहन रोहिनी आचार्य का किडनी मैच (Rohini Acharya Will Donate Kidney) हुआ है. इसलिए वे हीं किडनी डोनेट करेंगी. लालू यादव (74) पिछले महीने सिंगापुर ले लौटे चुके हैं, जहां से वे अपनी गुर्दे की समस्या के इलाज के लिए गए थे. कईं स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे आरजेडी अध्यक्ष को वहां के चिकित्सकों ने गुर्दा प्रत्यारोपण की सलाह दी है.

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"डॉक्टरों के सलाह के अनुसार परिवार में से कोई किडनी डोनेट करे तो बेहतर है. जो बेस्ट मैच था, टेस्ट में रोहिणी दी का किडनी मैच हुआ. हालांकि रोहिनी दीदी के अलावा कई लोग परिवार में किडनी डोनेट के लिए इच्छुक थे. चुकि रोहिणी दीदी वहीं रहती हैं और वे ज्याद इच्छुक हैं, इसलिए वे ही पापा को किडनी डोनेट करेंगी."- तेजस्वी यादव, डिप्टी सीएम

जमानत पर बाहर हैं लालू यादव:आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद को चारा घोटाले के पांच अलग-अलग मामलों में सीबीआई की विशेष अदालत ने सजा सुनायी थी. सजा की आधी अवधि पूरी होने, स्वास्थ्य कारणों और उनकी बढ़ती उम्र को देखते हुए हाईकोर्ट ने इन सभी मामलों में जमानत दे दी थी. अभी लालू प्रसाद जमानत पर बाहर हैं.सिंगापुर में किडनी ट्रांसप्लांट की है बेहतरीन सुविधाः सिंगापुर में किडनी ट्रांसप्लांट की बेहतरीन सुविधा है. जितने लोगों की किडनी ट्रांसप्लांट की गई है, उसकी सफलता का औसत काफी अच्छा है. अगर जीवित डोनर से किडनी ट्रांसप्लांट किया जाता है तो उसकी सफलता दर 98.11 फीसदी है. जबकि डेथ डोनर से किडनी ट्रांसप्लांट की सफलता दर 94.88 फीसदी है. वहीं, भारत में किडनी ट्रांसप्लांट का सक्सेस रेसियो देखें तो ये करीब 90 फीसदी है. जीवित व्यक्ति से किडनी ट्रांसप्लांट कराने पर 12-20 साल और मृत व्यक्ति से किडनी ट्रांसप्लांट कराने पर 8-12 साल तक जीवन अवधि बढ़ जाती है.

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