पटना: मार्च 2013 में गठन के बाद से ही राष्ट्रीय लोक समता पार्टी लगातार टूट का शिकार होती रही है. लोकसभा चुनाव 2019 और विधानसभा चुनाव 2020 में करारी हार के बाद पार्टी लगातार संकट के दौर जो जूझ रही है. पार्टी प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने पिछले दिनों जदयू में शामिल होने का संकेत दिया तो पार्टी ही टूट गई. शुक्रवार को रालोसपा के दो दर्जन से अधिक नेताओं ने लालटेन थाम लिया.
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नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने रालोसपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र कुशवाहा और उनकी पूरी टीम को राजद की सदस्यता दिलाई. इस मौके पर राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा को छोड़कर रालोसपा के सभी नेता राजद में शामिल हो गए हैं.
रालोसपा के कई बड़े नेता राजद में शामिल
उपेंद्र कुशवाहा के जदयू के करीब जाने से नाराज बड़ी संख्या में नेताओं ने पार्टी छोड़ दिया है. प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र कुशवाहा, महासचिव निर्मल कुशवाहा, महिला अध्यक्ष मधु मंजरी, मुख्य कोषाध्यक्ष राजेश कुमार और 10 जिलों के जिला अध्यक्ष राजद में शामिल हो गए.
आरजेडी में शामिल होते ही वीरेंद्र कुशवाहा ने कहा कि 2009 में हम लोगों ने राष्ट्रीय समता पार्टी का गठन किया था. उस समय ही हमलोगों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को हटाने का संकल्प लिया था. उपेंद्र कुशवाहा अब रालोसपा का विलय जदयू में करने जा रहे हैं. इससे पहले हमलोगों ने एक बैठक करके उपेन्द्र कुशवाहा को राष्ट्रीय अध्यक्ष से हटाकर हम सभी प्रकोष्ठ के नेता राजद में शामिल हो गए हैं. आने वाले दिनों में बापू सभागार में एक कार्यक्रम करके बचे सभी नेताओं को राजद में शामिल कराएंगे.
राजद में शामिल होने वाले नेता नीतीश के खिलाफ बोलते थे अब जदयू में जा रहे कुशवाहा
तेजस्वी ने आरएलएसपी के सभी नेताओं को पार्टी की सदस्यता दिलाते हुए स्वागत किया. उन्होंने कहा कि आरएलएसपी के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र कुशवाहा के नेतृत्व में बैठक हुई थी. उस बैठक में उपेंद्र कुशवाहा को राष्ट्रीय पद से हटा दिया गया. आज वीरेंद्र कुशवाहा ने अपने नेतृत्व में रालोसपा का विलय राजद में कर दिया है.
तेजस्वी ने कहा "उपेंद्र कुशवाहा पहले नीतीश कुमार के खिलाफ बयान देते थे. बिहार की शिक्षा व्यवस्था में सुधार को लेकर वह लगातार नीतीश कुमार पर हमला करते थे, लेकिन आज खुद जदयू में जा रहे हैं. विधानसभा चुनाव में जदयू को बिहार की जनता ने तीसरे नंबर की पार्टी चुना. नीतीश के नेतृत्व में जो सरकार बनी है इसमें अपराध लगातार बढ़ता जा रहा है. शिक्षा व्यवस्था में लगातार गिरावट आ रही है. बिहार में जितने भी घोटाले हुए हैं सब नीतीश कुमार की सहमति से हुए हैं."
"जदयू में अपराधियों का जमावड़ा है. पार्टी में ऐसे लोग शामिल हैं, जिन्हें जेल में होना चाहिए. नीतीश कुमार किसी पर कोई कार्रवाई नहीं करते. जेडीयू नेता धीरेंद्र सिंह हत्या केस में शामिल हैं, पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. बिहार में पुलिस का एनकाउंटर होता है पर कार्रवाई नहीं. बिहार में अपराधी आखिर क्यों बच रहे हैं? उन्हें क्यों नहीं पकड़ा जा रहा है?"- तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष