पटनाः सीपीआई के दफ्तर में महागठबंधन के नेताओं की बैठक के बाद बाहर आए रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने साफ तौर से कहा कि यह महागठबंधन की कोई औपचारिक बैठक नहीं थी. सभी नेता आपस में मिलने जुलने के लिए इकट्ठा हुए थे.
'बैठक में कोई चर्चा नहीं हुई'
रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने बैठक में किसी भी बातचीत से साफ इनकार कर दिया. पत्रकारों के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बैठक में किसी भी बात पर कोई चर्चा नहीं हुई. अगर ऐसा कुछ होगा तो बताया जाएगा. उपेंद्र कुशवाहा के इस बयान से साफ जाहिर के एक ही एक ही दिन बिहार बंद को लेकर महागठबंधन में कोई सहमति फिलहाल नहीं बन पाई है.
बयान देते रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ये भी पढ़ेंः बिहार बंद को लेकर महागठबंधन में दो फाड़! एक ही दिन 'चक्का जाम' पर नहीं बन पाई सहमति
बुलाई गई थी सभी दलों की बैठक
बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में विपक्षी दलों ने अलग-अलग तारीख को बिहार बंद का ऐलान किया है. 19 दिसंबर को वामदलों ने और 21 दिसंबर को राजद ने सीएए को लेकर बंद का आह्वान किया है. लेकिन उपेंद्र कुशवाहा चाहते थे कि सभी एक साथ मिलकर एक ही दिन बंद करें. जिसे लेकर सभी दलों की बैठक बुलाई गई थी.
नेताओं के बीच नहीं बन पाई सहमति
बैठक में महागठबंधन की तमाम बड़ी पार्टियों के नेता शामिल हुए. बैठक में इस बात की चर्चा हुई कि एकजुट होकर एक ही दिन बिहार बंद किया जाए. लेकिन नेताओं के बीच इस बात पर सहमति नहीं बन पाई. जिससे रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा साफ इनकार रहे हैं. बैठक में आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, वीआईपी के मुकेश साहनी, माले के राज्य सचिव कुणाल, सीपीआई से राज्य सचिव सत्यनारायण सिंह, कांग्रेस से एचएन वर्मा सहित महागठबंधन के कई नेता मौजूद रहे.